Punjab News: तरनतारन में AC ने खींची सल्फास की गोलियों की गंध, मासूम भाई-बहन की मौत
तरनतारन के पट्टी हलके में एक करियाना व्यापारी के घर में मक्की में सल्फास की गोलियां रखने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। व्यापारी ने मक्की को कीड़ों से बचाने के लिए ऐसा किया था। सल्फास की गंध फैलने से परिवार के अन्य सदस्य भी गंभीर रूप से बीमार हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, तरनतारन। पट्टी हलके के गांव लौहका में करियाना व्यापारी ने घर में जमा की गई मक्की में सल्फास की गोलियां रखी थीं। इन गोलियों की गंध चढ़ने से मासूम भाई-बहन की मौत हो गई और एक लड़की व माता-पिता की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हालांकि बिना पोस्टमार्टम करवाए मासूमों के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अपने घर में आटा चक्की चलाते 35 वर्षीय नवजीत सिंह ने करीब 20 बोरियां मक्की खरीदकर एक कमरे में स्टोर करके रखी थीं, ताकि सीजन में मक्की का आटा तैयार करके बेचा जा सके। नवजीत सिंह अपनी 32 वर्षीय पत्नी मनप्रीत कौर, आठ वर्षीय बेटी प्रनीत कौर, तीन वर्षीय हरगुन कौर व एक वर्षीय बेटा जसमन सिंह समेत घर में रहता था।
कमरे में जमा की गई मक्की को कोई नुकसान न पहुंचे, इसके लिए नवजीत ने बोरियों में सल्फास की गोलियां रखी थीं। जिस कमरे में मक्की जमा की गई, उसके साथ लगते कमरे में बेड लगाए थे, जहां एसी भी लगा था। 30 अगस्त को परिवार रात को एसी लगाकर कमरे में सो गया। मक्की की बोरियों से सल्फास की गोलियों की गैस एसी के माध्यम से रिहायशी कमरे में पहुंची।
नतीजन परिवार के सभी पांच सदस्य बेसुध हो गए। स्वजनों ने उन्हें शहर के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया। इलाज के बाद रविवार को परिवार घर लौट आया। रात को सोते समय फिर से एसी चला दिया। सल्फास गोलियों का असर बढ़ने से सभी दोबारा बेहोश हो गए।
उन्हें सिविल अस्पताल तरनतारन लेकर गए जहां हरगुन कौर व जसमन सिंह की मौत हो गई, जबकि नवजीत सिंह, उसकी पत्नी मनप्रीत कौर व आठ वर्षीय बेटी प्रनीत कौर को न्यू लाइफ केयर अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
सब डिवीजन पट्टी के डीएसपी लवकेश कुमार, थाना प्रभारी कंवलजीत राय, एएसआइ कुलबीर सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन परिवार ने कानूनी कार्रवाई से मना कर दिया। अभिभावकों के अनुरोध पर एसडीएम ने बिना पोस्टमार्टम करवाए शव परिवार को सौंपने के आदेश दिए। इसके बाद दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया। नवजीत सिंह, मनप्रीत कौर व प्रनीत कौर की हालत अभी चिंताजनक है।
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