तरनतारन के हरिके पतन हेड वर्क्स पर पानी की आवक में कमी दर्ज, तटबंधों को मजबूत करने के लिए सेना कर रही मदद
तरनतारन में सतलुज और ब्यास के संगम हरिके पतन हेड वर्क्स पर पानी की आवक में कमी आई है। आज सुबह 3 लाख 12 हजार क्यूसिक पानी दर्ज किया गया जबकि पाकिस्तान को 2 लाख 95 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। तटबंधों को मजबूत करने के लिए सेना की मदद ली जा रही है।

जागरण संवाददाता, तरनतारन। दरिया सतलुज और ब्यास के संगम स्थान हरिके पतन हेड वर्क्स पर पानी की आवक में भी आज फिर कमी आई। यह पर आज सुबह 3 लाख 12 हजार क्यूसिक पानी अप स्ट्रीम की आवक दर्ज किया गया जबकि पाकिस्तान को डाउन स्ट्रीम में 2 लाख 95 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।
कुल मिलकर गुरुवार की शाम को 3 लाख 16 हजार क्यूसिक पानी अप स्ट्रीम में दर्ज किया गया था। बता दें कि हरिके पतन हेड वर्क्स पर पानी की आवक मंगल और बुधवार को तेजी से बढ़ी थी। जिस दौरा 3 लाख 53 हजार क्यूसिक पानी अप स्ट्रीम में दर्ज किया गया था। तटबंधों की मजबूती लिए सेना की मदद लेनी शुरू कर दी गई है।
जिला तरन तारन के करीब 12828 हेक्टेयर उपजाऊ रकबा प्रभावित हुआ है। जिले के हदबंदी में 27 किलोमीटर में तटबंध आते है जिनमें से 10 किलोमीटर के ग्लडेयर में 12 स्थानों पर तटबंध कमजोर पड़े जिनकी मरम्मत करने के कार्य चल रहे है। जिला सिविल ,पुलिस प्रशासन,कर सेवा सरहाली संप्रदाय, सुर सिंह संप्रदाय, धार्मिक संगठनों के इलावा समाज सेवी संस्था की और से मिलकर काम किया जा रहा है।
सबसे बड़ी चुनौती गांव सभरा, मरड में सामने आ रही है। बाढ़ की स्थिति आने पर जिले के कुल 60 गांव प्रभावित हो सकते है।ब्यास से खडूर साहिब, गोइंदवाल साहिब, चोहला साहिब, मुंडा पिंड, गुजरपुरा, कर्मूवाला से लेकर हरिके पतन तक के गांव बाढ़ के हालत का सामना कर रहे है।
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