Move to Jagran APP

लाहौर में मारा गया सरबजीत का हत्यारा, बेटी स्वप्नदीप कौर बोलीं- PAK ने सबूत मिटाने के लिए करवाया मर्डर

सरबजीत (Sarabjit) के हत्‍यारे की लाहौर में हत्‍या कर दी गई। पाकिस्तानी डॉन अमीर सरफराज का पाकिस्तान में रविवार को गोलियों से भूनकर अज्ञात लोगों ने मर्डर कर दिया। सरबजीत की बेटी स्वप्नदीप कौर (Swapndeep Kaur) ने पाक पर आरोप लगाते हुए कहा कि अमीर सरफराज (Ameer Sarfaraz) मामले का भेद खोलना चाहते थे कि पाकिस्तान द्वारा उन्हें मौत के घाट उतरवा दिया गया।

By DHARAMBIR SINGH MALHAR Edited By: Himani Sharma Published: Sun, 14 Apr 2024 07:20 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2024 07:20 PM (IST)
सरबजीत की बेटी ने उठाए पाक पर सवाल

धर्मवीर सिंह मल्हार, तरनतारन। सरबजीत (Sarabjit) के हत्‍यारे की पाकिस्‍तान में गोलियों से भूनकर हत्‍या कर दी गई। अब सरबजीत की बेटी स्वप्नदीप कौर (Swapndeep Kaur) ने पाकिस्‍तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाक ने मेरे पिता सरबजीत की हत्‍या के सबूत मिटाने के लिए हत्‍यारे का मर्डर करा दिया।

loksabha election banner

शराबी हालत में सीमा पार करके पाकिस्तान गए भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह पर पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में हमला करने वाले पाकिस्तानी डॉन आमीर सरफराज (Ameer Sarfaraz) की पाकिस्तान में रविवार को गोलियां मारकर अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी।

आमीर सरफराज किसी केस के संबंध में पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बंद था। 26 अप्रैल 2013 को उसने सरबजीत सिंह पर हमला किया और 2 मई को सरबजीत को मृत घोषित किया गया। बाद में सरबजीत सिंह को पंजाब सरकार द्वारा बलिदानी घोषित किया गया था।

भारत-पाक सीमा पार करके पाकिस्‍तान चला गया था सरबजीत

तरनतारन भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह 30 अगस्त 1990 की शाम पर भारत-पाकिस्तान सीमा पार करके पाकिस्तान चला गया था। बाद में उसे पाकिस्तान पुलिस ने इस्लामाबाद में हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया। पाकिस्तान पुलिस ने दावा किया था कि तरनतारन के गांव भिखीविंड निवासी सरबजीत सिंह भारतीय एजेंसियों का जासूस है और पाकिस्तान में वह मनजीत सिंह के नाम पर रहता था। उसने फैसलाबाद में बम धमाके किए थे, जिनमें 14 लोगों की जान चली गई थी।

पाकिस्‍तान अदालत ने सुनाई थी फांसी की सजा

वर्ष 1991 में सरबजीत सिंह को पाकिस्तान की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई। पाकिस्तान की अदालत द्वारा सरबजीत सिंह को सजा सुनाए जाने के बाद मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया था। सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर पत्नी सुखप्रीत कौर ने केंद्र सरकार के समक्ष कई बार गुहार लगाते हुए सरबजीत सिंह की रिहाई के लिए मांग की थी।

यह भी पढ़ें: Pakistan: पाकिस्तान में सबरजीत सिंह के हत्यारे का खात्मा, अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर की हत्या

जिसके बाद केंद्र की मनमोहन सिंह की सरकार ने भी पाकिस्तान से सरबजीत सिंह का मामला उठाया था। बता दें कि सरबजीत सिंह पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बंद था। वहां पर 26 अप्रैल 2013 को इसी जेल में बंद आमीर सरफराज ने साथियों से मिलकर जानलेवा हमला किया था।

सरबजीत से 2013 में परिवार मिलने पहुंचा था पाकिस्‍तान

हमले में गंभीर रूप से घायल सरबजीत सिंह को अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जिसके बाद सरबजीत सिंह का परिवार 1 मई 2013 को उनसे मिलने के लिए पाकिस्तान पहुंचा था। परिवार सरबजीत सिंह से मिलने के लिए जब पाकिस्तान पहुंचा तो सरबजीत सिंह बेहोशी की हालत में थे।

बाद में सरबजीत का परिवार लौट आया। 2 मई 2013 को सरबजीत सिंह को मृत घोषित किर दिया गया था। सरबजीत सिंह को तत्कालीन बादल सरकार द्वारा बलिदानी का दर्जा दिया गया था। उनकी बड़ी बेटी स्वप्नदीप कौर को नायब तहसीलदार बनाया गया था।

सरबजीत की बेटी स्वप्नदीप कौर ने पाकिस्‍तान पर लगाया आरोप

सरबजीत सिंह की बेटी स्वप्नदीप कौर ने बताया कि वह इस समय कपूरथला में तहसीलदार तैनात हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता कथित तौर पर शराबी हालत में सीमा पार कर गए थे। पाकिस्तान की ओर से उन्हें मनजीत सिंह का नाम देकर बम धमाकों का आरोपित बनकर फांसी की सजा सुनाई गई थी। स्वप्नदीप कौर ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से सरबजीत सिंह के मामले पर जरा भी नरमी नहीं बरती गई।

यह भी पढ़ें: Punjab News: फिरोजपुर में हाई वोल्‍टेज ड्रामा, पुलिस कॉन्‍स्‍टेबल के पैर पकड़कर जमीन पर लेटी महिला; फिर...

कोट लखपत जेल में आमीर सरफराज के माध्यम से उन पर हमला करवाया गया। पाक की अदालत ने आमीर को बाइज्जत बरी कर दिया था। आमीर सरफराज मामले का भेद खोलना चाहते थे कि पाकिस्तान द्वारा उन्हें मौत के घाट उतरवा दिया गया। स्वप्नदीप कौर ने इस मामले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मामले की जांच की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.