नाक और गले की एलर्जी को गंभीर होने से बचाएं : डा. रंधावा
नाक और गले की एलर्जी एक गंभीर बीमारी है। समय पर इसका इलाज होने से बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

जासं, तरनतारन : नाक और गले की एलर्जी एक गंभीर बीमारी है। समय पर इसका इलाज होने से बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है। यह विचार नाक, कान और गले की बीमारियों के विशेषज्ञ डा. राजबरिदर सिंह रंधावा ने डा. रंधावा क्लीनिक (सामने सिविल अस्पताल) में बातचीत करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि नाक और गले की एलर्जी के कई लक्षण जैसे बार-बार छींके आना, नाक से पानी बहना, सुगंध न आना, नाक बंद रहना, गले में रेशा गिरना, गले में खारिश और दर्द रहना, कानों का भारी होना, सिरदर्द और सिर भारी रहना आदि। उन्होंने कहा कि एलर्जी किसी खाने वाली वस्तु से, मौसम की तब्दीली, दवाई या कोस्टमैटिक और अन्य पदार्थों से भी हो सकती है, जिसका पता पहले एलर्जी प्रोफाइल टैस्ट में किया जाता है और बाद में इम्युनोथ्रैपी विधी से इसका इलाज किया जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि वे उक्त बीमारी के लक्षणों से पीड़ित है तो तुरंत इलाज शुरू करवाए ताकि बीमारी गंभीर न हो।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।