एनजीटी की टीम ने दिया सफाई और कूड़ा प्रबंधन पर जोर
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीम मंगलवार को शहर पहुंची।

जासं, तरनतारन : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की निगरान कमेटी के चेयरमैन जस्टिस (सेवानिवृत्त) जसबीर सिंह की अगुआई में टीम मंगलवार को शहर पहुंची। टीम ने सफाई, कूड़ा प्रबंधन पर जोर दिया।
डीसी मोनीश कुमार की मौजूदगी में विभिन्न अधिकारियों को संबोधित करते हुए जसबीर सिंह ने कहा कि निर्माण कार्यो के लिए भूजल का प्रयोग न करके रिचार्ज किए पानी का प्रयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि शहर की सड़कों पर झाड़ू लगाने से पहले पानी का छिड़काव किया जाए ताकि कूड़ा हवा में न उड़े, इससे प्रदूषण फैलता है। कमेटी के सदस्य एवं पूर्व मुख्य सचिव एससी अग्रवाल, बाबू राम ने कहा कि गांवों में सीचेवाल या थापर माडल के जरिए छप्पड़ों का विकास करके रिचार्ज किए गए पानी को सिचाई के लिए प्रयोग किया जाए।
उन्होंने नगर कौंसिल के अधिकारियों को आदेश दिए कि जहां पर कूड़ा डंप किया जाता है, वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और चारदीवारी भी करें। ग्रीन बेल्ट में पौधे लगाए जाएं। प्रत्येक घर से गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित किया जाए। इसके लिए कूड़े वाली गाडि़यों में अलग-अलग डिब्बा लगाया जाए, जिसमें इलेक्ट्रानिक्स का सामान एकत्रित किया जाए। जसबीर सिंह ने कहा कि शहर के भीतर दो बार रोजाना सफाई को यकीनी बनाया जाए। डीसी मोनीश कुमार ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को आश्वासन दिया कि आदेशों का पूरी तरह पालन किया जाएगा। इस मौके पर एडीसी जगविदरजीत सिंह ग्रेवाल, एसडीएम राजेश शर्मा, रजनीश अरोड़ा, एसपी गुरप्रीत सिंह मौजूद थे। प्रतिबंधित प्लास्टिक का प्रयोग करने वालों के चालान करने को कहा
एससी अग्रवाल, बाबू राम ने ईओ को निर्देश दिए कि सिगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए अधिक से अधिक चालान किए जाएं ताकि दुकानदार इसका प्रयोग न कर सके। कूड़े की वेस्टेज, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, कामन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लाट (सीईटीटी), सेग्रीगेशन व अन्य कार्यों को समय पर मुकम्मल करने के निर्देश दिए गए हैं।
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