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    कौन हैं दविंदर संधू? जिन्हें कांग्रेस ने तरनतारन उपचुनाव के लिए बनाया उम्मीदवार, 2012 में लड़े थे निर्दलीय चुनाव

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 09:18 PM (IST)

    तरनतारन उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने दविंदर सिंह संधू (लाली ढाला) को उम्मीदवार घोषित किया है। आप विधायक के निधन से खाली हुई इस सीट पर अकाली दल और भाजपा पहले ही अपने उम्मीदवार उतार चुकी हैं। कांग्रेस हाईकमान ने सर्वे के बाद संधू के नाम पर मुहर लगाई। संधू ने सभी नेताओं के साथ मिलकर चुनाव जीतने की बात कही।

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    तरनतारन उपचुनाव के लिए कांग्रेस हाईकमान ने घोषित किया उम्मीदवार। फोटो जागऱण

    धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। विधानसभा हलका तरनतारन के आगामी उपचुनाव के लिए विभिन्न कांग्रेस नेताओं के नामों पर सर्वेक्षण के बाद पार्टी हाईकमान ने दविंदर सिंह संधू (लाली ढाला) के नाम पर मोहर लगा दी है। पार्टी हाईकमान द्वारा सोमवार को प्रत्याशी की घोषणा किए जाने की संभावना है। फिलहाल लाली ढाला को चंडीगढ़ बुला लिया गया है।

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    आम आदमी पार्टी के विधायक डा कश्मीर सिंह सोहल के 27 जून को निधन के बाद विधानसभा क्षेत्र तरनतारन की यह सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी। सोहल ने 2022 के आम चुनावों में करीब साढ़े 15 हजार वोटों के अंतर से पहली बार चुनाव जीता था। शिरोमणि अकाली दल की ओर से इस सीट से बीबी सुखविंदर कौर रंधावा को पहले ही प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है।

    जबकि भारतीय जनता पार्टी की ओर से जिला अध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है। तीन बार विधायक रह चुके पूर्व अकाली हरमीत सिंह संधू को आम आदमी पार्टी ने जुलाई माह में आप में शामिल कर हलका इंचार्ज की जिम्मेदारी दी थी। जिसके बाद प्रशासनिक व्यवस्था उनके हाथ में आ गई है। कुल मिलाकर हरमीत सिंह संधू को आम आदमी पार्टी कभी भी प्रत्याशी बना सकती है।

    कांग्रेस पार्टी की बात करें तो इस सीट के लिए करीब 10 अलग-अलग नेताओं के नामों पर चर्चा हुई थी। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष राजबीर सिंह भुल्लर, हरशरन सिंह मल्ला, किरनजीत सिंह मिट्ठा, करनबीर सिंह बुर्ज, मनिंदरपाल सिंह पलासौर, रंजीत सिंह राणा गंडीविंड, जगमीत सिंह ढिल्लों, अवतार सिंह तनेजा ने पार्टी हाईकमान से टिकट की दावेदारी की थी।

    बता दें कि 2012 में निर्दलीय चुनाव लड़कर 18,000 से अधिक वोट प्राप्त करने वाले प्रमुख उद्योगपति व समाजसेवी दविंदर सिंह संधू (लाली ढाला) ने भी टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी। कांग्रेस हाईकमान द्वारा टिकट पर फैसला लेने से पहले दो अलग-अलग सर्वे करवाए गए थे। जिसमें पार्टी के कदवार नेताओं ने दविंदर सिंह संधू (लाली ढाला) के नाम पर सहमति जताई।

    आल इंडिया कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मलिक अर्जन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी व लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, पंजाब मामलों के प्रभारी भूपेश सिंह बघेल, चुनाव इंचार्ज सुखबिंदर सिंह सुख सरकारिया, जालंधर से विधायक प्रगट सिंह की सहमति जिताने पर दविंदर सिंह संधू (लाली ढाला) के नाम पर मोहर लगाई।

    चुनाव जीतने के लिए सभी का साथ जरुरी

    दविंदर सिंह संधू (लाली ढाला) ने कहा कि पार्टी हाईकमान द्वारा उपचुनाव में टिकट की जो मुझे जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसको बाखूबी निभाने के लिए हर वर्ग के नेताओं का साथ जरुरी है। चार वर्ष के दौरान आप सरकार से तंग आए लोग कांग्रेस को दोबारा मजबूत बनाने में लगे हैं। ऐसे में पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं व नेताओं को साथ लेकर उपचुनाव जीता जाएगा।