पंजाब के एक और जाबांज देश पर कुर्बान, नायब सूबेदार राजविंदर सिंह राजौरी में बलिदान
पंजाब के एक और वीर जवान ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दिया। तरनतारन के नायब सूबेदार राजविंदर सिंह पाकिस्तान की गोलाबारी में राजौरी में बलिदान हो ...और पढ़ें

तरनतारन , जेएनएन। पंजाब का एक और जाबांज ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशहरा सेक्टर में तैनात भारतीय सेना के नायब सूबेदार राजविंदर सिंह रविवार को बलिदान हो गए। 40 साल के राजविंदर पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हो गए। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राजविंदर की शहादत पर शोक जताया है और उनको श्रद्धांजलि दी है।
कस्बा गोइंदवाल साहिब के रहने राजविंदर सिंह सिख लाइट रेजीमेंट में तैनात थे। डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी ने बताया कि बलिदानी का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए सोमवार को गोइंदवाल साहिब लाया जाएगा। 18 मई, 1980 को सेना में भर्ती हुए राजविंदर सिंह के बेटे 16 वर्षीय जोबनजीत सिंह ने पिता के बलिदान की सूचना मिलने पर कहा, 'मैैं भी सेना में भर्ती होकर दुश्मन मुल्क से पिता की शहादत का बदला लूंगा।'
पत्नी को फोन कर कहा था- मेरी चिंता मत करना वाहेगुरु मेरे नाल है
शनिवार शाम चार बजे राजविंदर ने पत्नी मनप्रीत कौर को फोन किया था। राजविंदर ने कहा था, 'मेरी चिंता मत करना, वाहेगुरु मेरे नाल है।' मनप्रीत कौर को जब पति के बलिदान की खबर मिली तो बेसुध हो गई। राजविंदर के परिवार में पत्नी के अलावा 16 वर्षीय बेटा जोबनजीत, 15 वर्षीय बेटी पवनदीप कौर, दस वर्षीय बेटी अकाशजोत कौर व 70 वर्षीय मां बलविंदर कौर हैं।
पिता व भाई भी थे सेना में
बलिदानी राजविंदर सिंह के पिता जागीर सिंह 2004 में फौज से बतौर हवलदार सेवानिवृत हुए थे। उनका दो वर्ष पहले देहांत हो गया था। जागीर सिंह के बड़े बेटे सुखविंदर सिंह भी सेना में थे। सुखविंदर सिंह की दिसंबर 2009 में सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जताया दुःख, कहा- परिवार को 50 लाख देगी पंजाब सरकार
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नायब सूबेदार राजविंदर सिंह की शहादत पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार से हमदर्दी जाहिर करते कहा है कि शहीद राजविंदर सिंह हमारी कौम का सरमाया है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से शहीद के परिवार को इक्स ग्रेशिया ग्रांट के तौर पर 50 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी।

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