पंजाब में आप MLA लालपुरा के सियासी करियर पर फैसला आज, अदालत सुना सकती है पांच साल की जेल; किस मामले में हैं दोषी?
तरनतारन में छेड़छाड़ के मामले में दोषी आप विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा की किस्मत आज अदालत के फैसले पर टिकी है। उन्हें तीन से पांच साल की जेल हो सकती है जिससे उनकी विधायकी खतरे में है। पहले आप में रहे लालपुरा पर कई विवादों के आरोप हैं। पीड़िता हरबिंदर कौर उसमां आगामी उपचुनाव में उनके खिलाफ मैदान में हैं।

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। विवाह पैलेस में लड़की से छेड़छाड़ और मारपीट के मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिए विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा आज जेल जाएंगे या अपनी विधायकी बचाने में कामयाब होंगे, यह फैसला तरनतारन जिले के एडिशनल सेशन जज की अदालत की ओर से शुक्रवार को सजा सुनाए जाते ही तय हो जाएगा।
ब्यूरोक्रेट्स के साथ तू-तड़ाक रखने वाले मनजिंदर सिंह लालपुरा को उसमां कांड में अगर दो वर्ष की भी जेल होती है तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक उनकी विधायकी खत्म हो जाती है।
तीन से पांच साल की हो सकती है जेल
अदालत द्वारा दोषी करार दिए गए मनजिंदर सिंह लालपुरा के खिलाफ लगी धाराओं की मानें तो उसे तीन से पांच वर्ष की जेल यात्रा करनी पड़ सकती है। हालांकि, मार्च 2013 में एफआइआर दर्ज होने के बाद वह छह माह तक जेल में रह चुका है।
तीन मार्च 2013 को अपने मौसेरे भाई के विवाह में परिवार समेत शामिल होने गई गांव उसमां निवासी युवती हरबिंदर कौर की शिकायत पर थाना सिटी में दर्ज की गई एफआईआर नंबर 69 से संबंधित सभी 11 दोषियों को शुक्रवार सजा सुनाई जानी है। पूर्व सैनिक मनजिंदर सिंह लालपुरा अपने दौर में निशानची भी रहा है।
यही वजह है कि बतौर विधायक उसने पुलिस व सिविल प्रशासन को सियासी तौर पर निशाने पर लिया, जो अब विधायक पर भारी पड़ रहा है।
2019 के चुनाव में रहा आप का प्रत्याशी
बता दें कि सड़क से लेकर संसद तक गूंजे उसमां कांड के बाद मनजिंदर सिंह लालपुरा ने आप ज्वाइन की थी। जिसके बाद उसे जिला तरनतारन के अध्यक्ष (युवा विंग) से लेकर पंजाब स्तर की प्रधानगी की जिम्मेदारी भी मिलती रही। 2019 में खडूर साहिब हलके में लोकसभा चुनाव मौके लालपुरा आप का प्रत्याशी था।
इस चुनाव में लालपुरा को 13,656 (1.3 फीसदी) वोट मिले व जमानत जब्त हो गई। 2022 के आम चुनावों में लालपुरा ने 55,756 (38.38 फीसदी) वोट लेकर पहली बार विधायक का चुनाव जीता। सितंबर 2023 में लालपुरा के जीजा को खनन मामले में गिरफ्तार किया गया तो सियासी पारा सिर चढ़ बोला।
बातें न मानने पर SSP का करवाया तबादला
सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर तत्कालीन एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान को हाथों-हाथ निपटने की चेतावनी देते हुए उन्हें निलंबित करवाया।
इतना ही नहीं मई में सब-इंस्पेक्टर चरनजीत सिंह की हत्या में नामजद आप के सरपंच कुलदीप सिंह व उसके पारिवारिक सदस्यों को हत्या के मामले से क्लीन चिट दिलवाकर जेल से मुक्त तो करवाया, साथ ही सारी बातें न मानने वाले एसएसपी अभिमन्यु राणा का तबादला भी करवाया था।तरनतारन से उपचुनाव लड़ रही है।
हरबिंदर 2022 में खडूर साहिब से जब मनजिंदर सिंह लालपुरा को आप की टिकट मिलने की आहट सुनाई दी तो पीड़िता हरबिंदर कौर उसमां ने पार्टी लीडरशिप को मिलकर अपने साथ हुए व्यवहार का वास्ता दिया था।
टिकट मिलते ही पीड़िता ने परिवार समेत लालपुरा का विरोध करते हुए गांव-गांव जाकर दुहाई दी थी। अब हलका तरनतारन में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर हरबिंदर कौर उसमां आजाद प्रत्याशी के तौर पर प्रचार में जुटी हैं। उनका कहना है कि सिर पर ओढ़े दुपट्टे का वास्ता देकर हलके के लोगों से वोट मांगूंगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।