पीठ पर बीस किलो वजन, उम्र 70 साल और निकले 7500 किमी. की पैदल यात्रा पर
फतेहगढ़ साहिब कोरोना महामारी ने विश्व भर में कहर मचा रखा है। हर देश इस बीमारी से राहत चाहता है।
धरमिदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब
कोरोना महामारी ने विश्व भर में कहर मचा रखा है। हर देश इस बीमारी से राहत चाहता है। जिसे लेकर कहीं वैक्सीन तैयार हो रही है, तो कहीं विभिन्न तरीकों से कोरोना को मात देने के प्रयास जारी हैं। पंजाब में 70 वर्षीय बुजुर्ग महामारी के खात्मे को लेकर पांच तख्तों की पैदल यात्रा पर निकला है। बुजुर्ग की पीठ पर बीस किलो वजन का बैग भी रहता है। लुधियाना जिले के दोराहा में जैलदार मोहल्ला के हरमिदर सिंह ने अपने जन्मदिन पर 12 जुलाई को यात्रा शुरू की। तख्त श्री केसगढ़ साहिब आनंदपुर साहिब में नतमस्तक होने के बाद वीरवार को शहीदों की धरती श्री फतेहगढ़ साहिब पहुंचे बुजुर्ग का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने स्वागत किया। वे तीन दिन गुरुद्वारा साहिब में विश्राम करने उपरांत श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो (बठिडा) के लिए चलेंगे। हरमिदर सिंह ने बताया कि वे अब तक पांच बार पांच तख्तों की पैदल यात्रा कर चुके हैं। 2004 में उन्होंने एकता का संदेश देने के मकसद से पहली यात्रा आरंभ की थी। उस समय उनकी उम्र 54 साल थी और पहली यात्रा को पूरा करने को उन्हें 456 दिन लगे थे। इसके बाद 2007, 2012, 2016 में तीन यात्राओं को पूरा करने में उन्हें साढ़े आठ महीने (प्रति यात्रा) लगे थे। पांचवीं यात्रा उन्होंने एक साल 11 दिनों में पूरी की थी। अब कोरोना संकट में महामारी के खात्मे के लिए उन्हें यात्रा शुरू की है। इस दौरान वे रास्ते में आने वाले सभी धर्मों के पावन धार्मिक स्थलों पर भी प्रार्थना करेंगे। तलवंडी साबो के बाद वे तख्त श्री पटना साहिब (बिहार) और वहां से तख्त श्री हजूर साहिब (नांदेड़) महाराष्ट्र से होते हुए श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर पहुंचकर यात्रा को संपन्न करेंगे। उनकी इच्छा है कि वे असाम, कोलकाता व ओडिशा में भी सिख धर्म समेत अन्य धर्मो के पावन स्थानों पर जाकर नतमस्तक हों। यदि वे इस यात्रा को आगे बढ़ाएंगे तो करीब 7500 किलोमीटर की यात्रा डेढ़ से दो वर्ष में संपन्न होगी।
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