श्री कृष्ण के माखन चोरी का प्रसंग सुन भक्त हुए भाव विभोर
अहमदगढ़ (संगरूर) श्री सतनारायण मंदिर में प्रधान कृष्ण गोपाल हनी गुप्ता के नेतृत्व में चल रही।
जेएनएन, अहमदगढ़ (संगरूर) : श्री सतनारायण मंदिर में प्रधान कृष्ण गोपाल, हनी गुप्ता के नेतृत्व में चल रही श्री भागवत कथा में आज पहले दिन स्वामी राधिका शरण ने श्री कृष्ण जी की लीलाओं के बारे में वर्णन करते हुए बताया कि श्री कृष्ण गोपियों के घर जाकर माखन चोरी कर खा जाते थे। बचा हुआ माखन अपने दोस्तों में बांट देते थे। श्री कृष्ण जी की लीलाओं से दुखी होकर गोपियों ने इकट्ठा होकर माता यशोदा से शिकायत करने का फैसला किया। सखियों ने माता यशोदा से कहा कि कन्हैया उनके घर में घुसकर माखन की मटकी तोड़कर बीच का सारा माखन खा जाता है। खाली मटकियों को तोड़ देता है। जब माता ने कृष्ण से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह सभी सखियों झूठ बोल रही है। मैं तो घर पर ही हूं। एक गोपी ने कृष्ण को अपने पास बुलाकर माखन खाने का बुलावा दिया। श्री कृष्ण जब माखन खाने जाने लगे तो गोपी ने कन्हैया को अपने घर में बंद कर दिया। श्री कृष्ण गोपी को कहने लगे कि गोपी मेरी माता को मत यहां बुलाना, तुम जो कहोगी वह मैं करूंगा। आचार्य ने बताया जब गोपी कन्हैया को बांधकर माता यशोदा के पास ले जाने लगी तो रास्ते में कृष्ण का दोस्त उसे मिला। उसने कहा कि तुम कन्हैया को कहां ले जा रही हो। तब कान्हां ने कहा कि गोपी मुझे माखन खिलाने के लिए ले जा रही है। कन्हैया ने गोपी को कहा कि मेरा हाथ दुखने लग है। उसे थोड़ा ढीला छोड़ दो। जब गोपी ने हाथ छोड़ा तो कृष्ण ने अपने दोस्त का हाथ गोपी के हाथ में दे दिया और कन्हैया खुद माता यशोदा के पास पहुंच गए। गोपी यशोदा के पास पहुंचकर बोलने लगी कि माखन चोर को मैं पकड़ कर लायी हूं। तो माता ऊँची-ऊँची हंसने लगी कहा कि तुमने जिसे पकड़ रखा है वह कन्हैया नहीं है। कन्हैया तो मेरे पास है।
इस अवसर पर पार्षद भोजराज, शक्ति बांसल, राकेश कुमार, गोरा, निखिल, रवि संभरवाल, पुष्पा देवी, निदी बांसल, रीमा गोयल, सीमा गुप्ता, कृष्ण गोपाल, महिला मंडल की सदस्य शारदा जोशी, दीपा गोयल, रीमा गोयल, दुर्गा सेवा दल प्रधान सुरिदर गर्ग आदि उपस्थित थे।
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