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    'जब दुश्मन एक हो तो एकता जरूरी', डल्लेवाल के समर्थन में आई SKM, कहा- विचार अलग हैं पर किसानों की मांगें जरूरी

    Updated: Fri, 10 Jan 2025 05:42 PM (IST)

    किसान आंदोलन में एकता की मिसाल देखने को मिली है। SKM (इंडिया) ने खनौरी बॉर्डर पर अनशन कर रह े जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात कर समर्थन जताया है। विचार ...और पढ़ें

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    को अमृतसर के बाहरी इलाके में केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन करते सरवन सिंह पंढेर (एजेंसी)

    जागरण संवाददाता, संगरूर। Farmers Protest:  शुक्रवार को खनौरी बॉर्डर पर एसकेएम (इंडिया) द्वारा बनाई गई छह सदस्यीय तालमेल कमेटी ने अनशन पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। तालमेल कमेटी ने एसकेएम (गैर- राजनीतिक) के नेता काका सिंह कोटड़ा सहित अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की।

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    बैठक के बाद दोनों फोर्मों सहित तालमेल कमेटी ने एकजुट का एलान करते हुए फैसला लिया कि केंद्र सरकार के घुटने टिकाने के लिए एकजुट होकर किसानों द्वारा संघर्ष की रणनीति बनाई जाएगी।

    मांगों को लेकर हम सब एक हैं

    बेशक उनके विचारों में कितने भी मतभेद हों, लेकिन एमएसपी गारंटी कानून सहित किसानों की दर्जनभर मांगों की प्राप्ति के लिए हम सब एक हैं। जब हमारा दुश्मन (केंद्र सरकार) एक है तो हम भी एकजुट होकर संघर्ष करेंगे व केंद्र को घुटने टेकने पर मजबूर किया जाएगा।

    तालमेल कमेटी के सदस्य भाकियू राजेवाल के प्रदेश अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल, भाकियू उगराहां के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि मोगा महापंचायत में किसान संगठनों व लोगों के मिले फत्तवे के आधार पर एकजुटता की अपील संबंधी पत्र आज एसकेएम (गैर-राजनीतिक) व केएमएम के नाम खनौरी बार्डर पर सौंपा गया है।

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    डल्लेवाल के अनशन को हुए 46 दिन

    जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आज 46वें दिन में प्रवेश कर गया है व उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है, जबकि केंद्र की मोदी सरकार बातचीत करने के लिए आगे नहीं आ रही है।

    केंद्र का तर्क है कि किसान दोफाड़ हैं व किससे बात करें, लेकिन वह केंद्र को स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि विचारक तौर पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसानी मांगों के लिए किसान एकजुट हैं।

    एसकेएम (गैर-राजनीतिक) व केएमएम दोनों फोर्म तथा दूसरी तरफ एसकेएम (इंडिया) अपने स्तर पर अगले एक-दो दिन में विचार विमर्श करके 15 जनवरी को पटियाला में बैठक करके अगली रणनीति का एलान करेंगे।

    साथ ही उन्होंने एलान किया कि 13 जनवरी को लोहड़ी पर नई खेती नीति ड्राफ्ट की कापियां जलाने व 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर सड़कों पर ट्रैक्टर उतारने के दोनों प्रोग्राम अब एसकेएम (गैर-राजनीतिक) व एसकेएम द्वारा संयुक्त तौर पर किए जाएंगे। तालमेल कमेटी में जोगिंदर सिंह उगराहां, रविंदर सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, कृष्णा प्रसाद केरला, डॉ. दर्शन पाल, युद्धवीर सिंह शामिल थे।

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