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    संगरूर: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आगे आई उम्मीद फाउंडेशन, 35 औरतों को दिया बकरी पालन का प्रशिक्षण

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 03:39 PM (IST)

    संगरूर में उम्मीद फाउंडेशन ने 35 महिलाओं को बकरी पालन का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनने में मदद की। भैना दी उम्मीद योजना के तहत महिलाओं को ऋण पत्र भी दिए गए। अरविंद खन्ना ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और समृद्ध समाज का निर्माण होगा।

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    उम्मीद फाउंडेशन ने 35 महिलाओं को बकरी पालन का प्रशिक्षण (फोटो: जागरण)

    सचिन धनजस, संगरूर। महिलाओं के आत्मसम्मान व स्वावलंबन के लिए समाजसेवी संस्था उम्मीद फाउंडेशन द्वारा शुरू की गई "भैना दी उम्मीद" योजना ने महिलाओं को आत्मनिर्भर होने का मौका प्रदान किया है।

    उम्मीद फाउंडेशन के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक अरविंद खन्ना द्वारा संगरूर विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं को बड़े पैमाने पर स्वरोजगार की ओर प्रोत्साहित किया जा रहा है व वह केंद्रीय योजनाओं की मदद से आत्मनिर्भर बन रही हैं।

    शनिवार को उम्मीद फाउंडेशन के कार्यक्रम के तहत विधानसभा क्षेत्र की 35 महिलाओं ने बकरी पालन का प्रशिक्षण पूरा कर उन्हें ऋण पत्र सौंपे व इस संबंधी ऋण उपलब्ध कराने हेतु आगे की कार्रवाई शुरू की।

    भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद खन्ना ने महिलाओं को प्रशिक्षण एवं ऋण संबंधी पत्र वितरित किए। आत्मनिर्भर होने वाली महिलाओं के चेहरों पर प्रशिक्षण पूरा करने व स्वरोजगार से जुड़ने की खुशी व उत्साह साफ दिखाई दी।

    खन्ना ने कहा कि उम्मीद फाउंडेशन समाज में एक नई अलख जगा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं व भाजपा शासित राज्यों में इन योजनाओं का जमीनी स्तर पर असर साफ दिखाई दे रहा है, लेकिन कुछ कारणों से पंजाब में महिलाओं को इन योजनाओं की जानकारी नहीं है।

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    केंद्र सरकार आम जनता, खासकर महिलाओं को स्वरोजगार के लिए बड़े पैमाने पर कई प्रशिक्षण कार्यक्रम, ऋण व सब्सिडी प्रदान कर रही है व उम्मीद संस्था इन योजनाओं को महिलाओं तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही है।

    खन्ना ने कहा कि समृद्ध समाज और देश की प्रगति के लिए महिलाओं का आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी है। विकसित देशों ने जो प्रगति की है, उसके पीछे भी महिला सशक्तिकरण की मुख्य भूमिका है।

    नजदीकी गांव घराचों की सुखविंदर कौर ने प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद बेहद खुशी जताते हुए अरविंद खन्ना का धन्यवाद किय। उन्होंने कहा कि उम्मीद संस्था ने पहले भी अपने क्षेत्र में बेहतरीन सेवाएं प्रदान की हैं और अब उम्मीद संस्था ने बड़े पैमाने पर अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। वह अपना खुद का व्यवसाय करके अपने परिवार का पालन-पोषण अच्छी तरह से कर पाएंगी व अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना पाएंगी।

    गांव फुम्मनवाल की मनजीत कौर ने कहा कि अब वह अपने पैरों पर खड़ी होकर अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर पाएंगी, क्योंकि आज के दौर में महिलाओं का काम करना बहुत जरूरी है। उम्मीद के माध्यम से हमें बड़े पैमाने पर योजनाओं के बारे में पता चला है व वह अन्य महिलाओं को भी इनके बारे में जागरूक करेंगी।

    गांव बालद खुर्द की महिला जसवीर कौर ने कहा कि आज के महंगाई व बेरोजगारी के दौर में ये योजनाएं गरीब, मजदूर और दलित समाज की महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। उन्होंने अरविंद खन्ना और उम्मीद संस्था का धन्यवाद दिया।