मालेरकोटला में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय का कानपुर घटना के खिलाफ प्रदर्शन, राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
मालेरकोटला में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने कानपुर की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। मुस्लिम फेडरेशन ने कानपुर पुलिस पर युवाओं के साथ भेदभाव का आरोप लगाया और उनके खिलाफ दर्ज मामले रद्द करने की मांग की। फेडरेशन ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें सभी धर्मों के लिए स्वतंत्रता सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया।

संवाद सूत्र, मालेरकोटला। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मालेरकोटला के सरहिंदी गेट के सामने मुस्लिम समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुस्लिम फेडरेशन आफ पंजाब, कांग्रेस नेता परवेज खान, मुफ़्ती अब्दुल मलिक व मुफ्ती दिलशाद ने भाग लिया।
मुस्लिम फेडरेशन के अध्यक्ष एडवोकेट मुबीन फारूक़ी ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन कानपुर की घटना के विरोध में किया गया है। ईद-उल-मिलाद के मौके पर जब युवाओं ने आई लव मोहम्मद के पोस्टर लगाए, तो कानपुर पुलिस ने 15 युवाओं पर मामले दर्ज कर दिए। यह स्पष्ट रूप से एक धक्केशाही है। उन्होंने कहा कि भारत में सभी धर्मों को स्वतंत्रता है।
हर कोई अपने धर्म के अनुसार रह सकता है, लेकिन अक्सर मुसलमानों के साथ भेदभाव होता है। उन्होंने मांग की कि कानपुर पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामलों को जल्द से जल्द रद्द किया जाए। इस मांग को लेकर मुस्लिम फेडरेशन ने मालेरकोटला के सीएम फील्ड ऑफिसर-कम-असिस्टेंट कमिश्नर राकेश गर्ग के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम मांग पत्र सौंपा।
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