नशे का खात्मा, शिक्षा और रोजगार; पंजाब सरकार की प्राथमिकता, केजरीवाल बोले- अब बड़े नेता भी जा रहे जेल
संगरूर में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ जंग को जन आंदोलन बना दिया है और नशा कारोबारियों को जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों से विद्यार्थियों को नशे से दूर रखने की अपील की। केजरीवाल ने नशा मुक्त पंजाब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार को सरकार की प्राथमिकताएं बताया। उन्होंने स्कूल ऑफ एमिनेंस की स्थापना पर भी जोर दिया।
जागरण संवाददाता, संगरूर। पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने नशे के खिलाफ जंग को जन आंदोलन में बदल दिया है। उन नेताओं को जेल भेजा जा रहा है, जिन्होंने नशे के कारोबार को संरक्षण दिया था। राज्य सरकार आम आदमी को राहत देने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
यह विचार आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने संगरूर में नेशनल अचीवमेंट सर्वे की उपलब्धि के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम दौरान संबोधन करते पेश किए। उन्होंने कहा कि अब शिक्षकों को भी यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि उनके स्कूल या कक्षा के विद्यार्थियों को नशे से दूर रखें।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के प्रयासों के चलते राज्य ने देश में सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है। जब आम जनता यह प्रमाण देगी कि पंजाब सरकार ने शिक्षा व अन्य क्षेत्रों में क्रांति ला दी है, तभी यह असली मान्यता होगी।
उन्होंने कहा कि नशा मुक्त पंजाब, युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व उनके लिए रोजगार और कारोबार सुनिश्चित करना राज्य सरकार की तीन प्रमुख प्राथमिकताएं हैं। विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए पंजाब के शिक्षकों और प्रिंसिपलों को फिनलैंड, अहमदाबाद और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
राज्य सरकार हमारे बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल ऑफ एमिनेंस की स्थापना कर रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत है कि विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों में उत्कृष्ट शिक्षा मिले।
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