संगरूर में घनी धुंध का दौर जारी, लगातार चौथे दिन सूरज के दर्शन नहीं; जनजीवन प्रभावित
संगरूर में घनी धुंध का प्रकोप जारी है, जिससे लगातार चौथे दिन भी सूरज नहीं दिखाई दिया और जनजीवन प्रभावित हुआ। ठंडी हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है, जिससे लोग घ ...और पढ़ें
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संगरूर में घनी धुंध का दौर जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, संगरूर। इलाके में घनी धुंध का दौर रविवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहा, दोपहर तक भी सूरज के दर्शन नहीं। वहीं ठंडी शीत लहर ने ठिठुरण को कई गुना बढ़ा दिया।
ठंड के कारण लोग अपने घरों पर दुबकने को मजबूर रहे व रविवार का दिन होने के कारण सड़कों पर चहल-पहल आम दिनों के मुकाबले काफी कम रही।
सुबह धुंध के कारण सड़कों पर दृश्यता 20 मीटर से भी कम रही, जिस कारण वाहन चालकों को वाहनों की लाइटें आन रखनी पड़ी।
अगले दिनों में भी धुंध का दौर जारी रहने की संभावना जताई जा रही है। धुंध के कारण रेल परिवहन भी प्रभावित हो रहा है व रेलगाड़ियां समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रही हैं।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी धुंध और शीत लहर का दौर जारी रहने की संभावना है। तापमान में अभी और गिरावट दर्ज की जा सकती है, जिससे ठंड का असर और बढ़ सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मौसम में विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि इस आयु वर्ग में बीमारियों का खतरा अधिक रहता है।
डॉ. अमनदीप अग्रवाल का कहना है कि घनी धुंध व ठंड के कारण सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार, गले में खराश, सांस की तकलीफ, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
बच्चों व बुजुर्गों को सुबह-शाम ठंड में बाहर निकलने से बचाना चाहिए। यदि बाहर जाना जरूरी हो तो गर्म कपड़े, टोपी, मफलर और दस्तानों का उपयोग अवश्य करें।
छोटे बच्चों को ठंडी हवा से बचाने के लिए पूरी तरह ढककर रखें। इस मौसम में गर्म तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाना चाहिए। चाय, सूप, दूध व गुनगुना पानी शरीर को अंदर से गर्म रखने में मदद करता है।
भोजन में पौष्टिक आहार शामिल करें, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहे। बुजुर्गों और बच्चों को ठंडा पानी पीने से बचाना चाहिए।
सिटी ट्रैफिक इंचार्ज जसविंदर सिंह ने कहा कि धुंध के दौर के मद्देनजर वाहन चालकों के लिए भी विशेष हिदायतें जारी की गई हैं।
धुंध के दौरान तेज गति से वाहन न चलाएं, फॉग लाइट और लो-बीम लाइट का उपयोग करें तथा सुरक्षित दूरी बनाए रखें। अनावश्यक यात्रा से बचना ही बेहतर माना जा रहा है।
वहीं, रेल यात्रियों को भी यात्रा से पहले ट्रेनों की स्थिति की जानकारी लेने की सलाह दी गई है।घनी धुंध व शीत लहर ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। ऐसे में सावधानी और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है।

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