Punjab News: संगरूर में चाय बनाते वक्त फटा सिलेंडर, पति की दर्दनाक मौत; पत्नी व बेटा घायल
संगरूर के गांव उपली में एक दर्दनाक घटना घटी। चाय बनाते समय गैस सिलेंडर फटने से कर्मजीत सिंह नामक एक व्यक्ति की मलबे में दबकर मौत हो गई जबकि उसकी पत्नी घायल हो गई। धमाका इतना जोरदार था कि रसोई की छत और दीवारें गिर गईं। ग्रामीणों ने सरकार से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है ताकि वे अपना जीवन यापन कर सकें।
जागरण संवाददाता, संगरूर। नजदीकी गांव उपली में एक गरीब परिवार के घर पर पत्नी ने सुबह चाय बनाने के लिए जैसे ही गैस चालू किया तो जोरदार धमाके के साथ गैस सिलेंडर फट गया। गैस सिलेंडर फटने से रसोई की छत व दीवार ढेर हो गई तथा दीवार के समीप ही सुबह सो रहे पति की दीवार के मलबे के नीचे दबने से मौत हो गई, जबकि हादसे में पत्नी घायल हो गई व पुत्र को मामूली चोटें लगी।
गंभीर हालत में घायल पुत्र को सिविल अस्पताल संगरूर में भर्ती करवाया गया। मौके पर पहुंचे पड़ोसियों व ग्रामीणों ने मलबे के नीचे से मृतक का शव निकालकर अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से मांग की कि इस अति गरीब परिवार की आर्थिक सहायता की जाए, ताकि यह अपना आगे गुजारा चला सकें।
जानकारी देते हुए सरपंच जंगीर सिंह, पंच कुलदीप सिंह ने बताया कि गांव का कर्मजीत सिंह (55) स्कूल वैन में कंडक्टर का काम करता था। उसकी पत्नी हरदीप कौर (50) रविवार सुबह उठकर जब चाय बनाने के लिए रसोई में गई और गैस चालू किया, तुरंत ही गैस सिलेंडर जोरदार धमाके के साथ फट गया।
धमाका इतना तेज था कि रसोई के परखच्चे उड़ गए। रसोई की छत उड़ गई व दीवारें भी गिर गई। रसोई के बाहर ही आंगन में सो रहे कर्मजीत सिंह व उसके पुत्र पर दीवार का मलबा गिरने से कर्मजीत मलबे के बड़े हिस्से के नीचे दब गया, जिसकी मौत हो गई। धमाके की आवास सुनते ही आसपास के पड़ोसी जब कर्मजीत सिंह के घर पहुंचे तो यहां का मंजर बेहद भयानक था।
लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबा हटाकर कर्मजीत सिंह को नीचे से निकाला, लेकिन उसकी मौत हो गई थी। कर्मजीत सिंह, उसकी पत्नी हरदीप कौर को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने कर्मजीत सिंह को मृत करार दे दिया। हरदीप कौर के सिर व अन्य जगहों पर चोट आई, जबकि पुत्र को मामूली खरौंचें आईं।
सरपंच जंगीर सिंह ने कहा कि परिवार की आर्थिक हालत काफी नाजुक है। परिवार की सारी जिम्मेदार कर्मजीत सिंह के कंधों पर ही थे। कर्मजीत सिंह की मौत से परिवार का भविष्य धुंधला पड़ गया है।
तीन वर्ष पहले कर्मजीत सिंह के मकान की छत भी गिर गई थी, जिसके मुआवजा के लिए अप्लाई भी किया था, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने सरकार व प्रशासन से मांग की कि पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद प्रदान की जाए, ताकि परिवार अपना गुजारा कर सके।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।