'केंद्र बेहद चिंतित', डल्लेवाल से मिलने पहुंचे कृषि मंत्रालय के ज्वाइंट सचिव; नहीं थम रहीं उल्टियां, इंजेक्शन लेने से इनकार
पंजाब में किसान आंदोलन कर रहे जगजीत सिंह की हालत में कोई सुधार नहीं है। उनका वजन लगातार घट रहा है। इसी बीच शनिवार को उनसे मिलने दिल्ली के ज्वाइंट सेक्रेट्री प्रिया रंजन पहुंचे। उन्होंने डल्लेवाल का हालचाल जाना। इस दौरान पंजाब के कई अधिकारी भी मौजूद रहे। किसान 21 जनवरी को दिल्ली की ओर पैदल कूच करेंगे। किसानों के प्रदर्शन को लगभग 1 साल का समय हो गया है।
संवाद सूत्र, खनौरी (संगरूर)। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत के 54वें दिन केंद्र से किसानों के लिए नया प्रपोजल लेकर शनिवार को दिल्ली से केंद्री कृषि मंत्रालय से ज्वाइंट सचिव प्रिया रंजन (आईएफएस) डल्लेवाल से मुलाकात के लिए पहुंचे। उनके साथ पंजाब पुलिस के पूर्व एडीजीपी जसकरण सिंह, पूर्व डीआईजी नरिंदर भारगव भी मौजूद रहे।
उक्त अधिकारियों ने डल्लेवाल से मुलाकात करके हालचाल जाना, लेकिन शुक्रवार रात से ही सेहत अधिक खराब होने के कारण डल्लेवाल उनसे बातचीत नहीं कर पाए, जिस कारण एसकेएम (गैर राजनीतिक) व केएमएम के नेता सरवन सिंह पंधेर, काका सिंह कोटड़ा, अभिमन्यु कोहाड़, बलदेव सिंह सिरसा, सुखजिंदर सिंह खोसा, सुरजीत सिंह फूल, लखविंदर सिंह औलख से मुलाकात करके बंद कमरा में बैठक की गई।
स्थिति स्पष्ट नहीं
ज्वाइंट सचिव प्रिया रंजन ने कहा कि भारत सरकार किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत को लेकर बेहद चिंतित है। करीब डेढ़ घंटे तक किसान नेताओं ने अधिकारियों से बैठक की। बैठक उपरांत किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि केंद्र से आए अधिकारी उनके लिए प्रपोजल लेकर आए हैं, जिस पर दोनों फोर्म विचार विमर्श कर रहे हैं व जल्द ही फैसला लिया जाएगा। किंतु उन्होंने केंद्र द्वारा क्या प्रपोजल भेजा गया है। उस पर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं की है।
डल्लेवाल की बिगड़ी तबीयत
शुक्रवार मध्यरात्रि के बाद से जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत फिर से बिगड़ गई। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी ट्राली में ही मौजूद रही व उल्टियां लगने का सिलसिला लगातार जारी है। डॉ अवतार सिंह ने कहा कि पानी भी डल्लेवाल का शरीर अब पचा नहीं पा रहा है।
उनके द्वारा डल्लेवाल को इंजेक्शन लगाने का आग्रह किया गया, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। उनकी सेहत लगातार नाजुक हो रही है। लिवर, किडनी डैमेज हो रहे हैं व शरीर अब गंभीर स्थिति में पहुंच रहा है, जिससे उभरना मुमकिन नहीं है।
किसानों ने इलाज लेने से किया इनकार
वहीं डल्लेवाल के अलावा हरियाणा सीमा में मरणव्रत पर बैठे 121 व्यक्तियों में से भी शुक्रवार रात बठिंडा के किसान बादल सिंह को भी उल्टियां लगने की समस्या आई। अन्य किसान पलविंदर सिंह का शुगर लेवल कम होने से उसकी सेहत बिगड़ गई। दोनों ने ही इलाज लेने से इंकार कर दिया।
साथ ही अनशन पर बैठे किसानों ने एलान किया कि वह कोई ट्रीटमेंट या दवा नहीं लेंगे। अगर किसी की मृत्यु होती है तो उनका संस्कार नहीं किया जाए, बल्कि मोर्चे पर ही शव को रखा जाएगा। मांगे पूरी होने पर मोर्चे की समाप्ति पर ही संस्कार किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।