वीरेश शांडिल्य की खालिस्तान समर्थकों को चुनौती, कहा- पाक में घुस गुरुद्वारों का कब्जा अपने हाथ में लें
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया (Anti Terrorist Front India) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने खालिस्तान (khalistan) समर्थकों से कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह पाकिस्तान के अंदर घुसकर वहां स्थित गुरुद्वारों को भारत में शामिल करें।
जेएनएन, रूपनगर। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जो कट्टरपंथी पंजाब में खालिस्तान की मांग कर रहे हैंं उन्हें इसकी मांग को छोड़ते हुए पाकिस्तान से श्री करतारपुर साहिब व श्री ननकाना साहिब वापस भारत मेंं लाने की पहल करने के लिए आगे आना चाहिए। शांडिल्य ने खालिस्तान की मांग करने वालों व उनके समर्थकों से कहा अगर उनमें हिम्मत है तो एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सदस्यों के साथ पाकिस्तान के अंदर घुसकर गुरुद्वारों का कब्जा पाकिस्तान से वापस लेने के लिए दम दिखाएं।
उन्होंने कहा हमें सबसे पहले गुरुद्वारों के अस्तित्त्व को बचाना होगा तभी भारत की एकता, अखंडता व धार्मिक सौहार्द बरकरार रह सकेगा। उन्होेंने स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान में ऐसी घिनौनी हरकतों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा व बताया कि उनकी टीम जल्द ही भारत के विदेश मंत्री से मुलाकात करेगी, जिसके बाद दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर पाकिस्तान का झंडा व इमरान खान का पुतला जलाया जाएगा।
शांडिल्य ने पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब का प्रबंधन सिखों से छीनकर आइएसआइ के हाथ में देने की कड़े शब्दों में निंदा की है। पत्रकारों से बातचीत में वीरेश शांडिल्य ने कहा कि पाकिस्तान की मंशा हमेशा से सवालों के घेरे में रही है। उसने कभी भी पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू-सिख अल्पसंख्यकों की भावनाओं का सम्मान नहीं किया। यही वजह है कि पाकिस्तान में हिंदू-सिखों की जनसंख्या मामूली रह गई है।
शांडिल्य ने कड़ा नोटिस लेते हुए कहा कि सिख समाज से गुरुद्वारा साहिब का प्रबंधन छीनकर आइएसआइ को सौंपना केवल सिखों का ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवासियों का अपमान है। शांडिल्य ने सिंध प्रात के एक मंदिर अंदर हाल ही की गई तोड़ फोड़ की घटना की भी कड़े शब्दों में निंदा करते कहा कि भारत में जो लोग पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखते हैं। उन्हें य़ह समझ लेना चाहिए कि पाकिस्तान कभी भारत का दोस्त नहीं बन सकता। पाकिस्तान में आए दिन हिंदू और सिखों पर अत्याचार किया जा रहा है, इसलिए भारत सरकार को पाकिस्तान में रह रहे हिंदू और सिखों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए।