Gas Leak से नंगल के सेंट सोल्जर स्कूल में मची अफरा-तफरी, 26 छात्रों सहित एक अध्यापिका अस्पताल में भर्ती
Gas Leak नंगल के सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल में गैस लीक होने से देखते ही देखते स्कूल में छात्रों की तबीयत बिगड़ने लगी जिसके चलते फौरन प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करते हुए बच्चों को एहतियात के तौर पर सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया।
नंगल, जागरण संवाददाता। नंगल के सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल में वीरवार सुबह करीब आठ बजे उस समय अफरा-तफरी मच गई जब यह पता चला कि किसी फैक्ट्री से गैस लीक हो चुकी है। देखते ही देखते स्कूल में छात्रों की तबीयत बिगड़ने लगी जिसके चलते फौरन प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करते हुए बच्चों को एहतियात के तौर पर सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। 26 बच्चों को अस्पताल पहुंचाकर प्रारंभिक उपचार दिया गया है। छात्रों में एक अध्यापिका भी शामिल है जबकि एक छात्रा को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। हालांकि स्कूल प्रबंधन इस बात से इंकार कर रहा है कि गैस रिसाव की वजह से छात्रों की तबीयत बिगड़ी है।
प्रबंधन का कहना है कि इन दिनों गेहूं की चल रही कटाई के चलते ही कुछ छात्र अस्थमा से पीड़ित हैं जिन्हें कुछ घुटन हुई, लेकिन देखते ही देखते सोशल मीडिया पर गैस रिसाव की सार्वजनिक हुई जानकारी ने स्कूल में अफरा-तफरी का वातावरण पैदा कर दिया जिससे छात्र घबरा गए जिन्हें अस्पताल पहुंचाना पड़ा।
उधर अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गैस का रिसाव किस फैक्टरी से हुआ है। जिला प्रशासन रूपनगर के आला अधिकारियों सहित डीसी, एसएसपी, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, उद्योग विभाग सहित अन्य विभागों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस भी फौरन स्कूल में पहुंच गए। उन्होंने खुद राहत कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही बच्चों के पास पहुंच कर उन्हें ढांढस दिलाया। यह भी कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। स्थिति नियंत्रण में है। कैबिनेट मंत्री ने खुद स्कूल के डायरेक्टर कक्ष में पहुंचकर अनाउंसमेंट करते हुए सभी छात्रों को हिम्मत जुटाए रखने की बात कहते हुए यह भी बताया कुछ नहीं हुआ है। स्थिति नियंत्रण में है। इसलिए घबराएं नहीं बल्कि हिम्मत से काम लें।
गांव के लोगों ने की नारेबाजी
सेंट सोल्जर स्कूल में पहुंचे आसपास के गांवों के लोगों ने संभावित गैस रिसाव के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए मौके पर नारेबाजी की। लोगों ने कहा कि लंबे समय से गैस रिसाव का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हर बार टालमटोल जैसी कार्रवाई करके काम चलाया जा रहा है। आज भी सभी इस बात को लेकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि गैस रिसाव जैसी कोई घटना नहीं हुई है। ग्रामीण नारेबाजी करके पीसीएल कंपनी पर ही समय-समय पर गैस रिसाव जैसी घटनाओं की जिम्मेदारी तय कर रहे थे।
पीसीएल से नहीं हुआ है गैस रिसाव
हादसे के बाद नया नंगल की प्राइमो केमिकल्स लिमिटेड के प्रबंधन तथा सीनियर वाईस प्रेजीडेंट ऑपरेशन प्रीत महेंद्र सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी तरफ से किसी भी तरह का कोई गैस रिसाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि कंपनी में किए गए सभी प्रबंधों के चलते कार्यप्रणाली नियमों के अनुसार ही चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सुबह 8:30 बजे उन्हें फोन पर सूचना मिली कि कुछ गैस रिसाव हुआ है। उन्होंने अपना सिस्टम ठीक पाए जाने के कारण बकायदा एनएफएल को उनका सिस्टम चेक करने को भी कहा।