भारत सरकार के संयुक्त सचिव तन्मय कुमार को बीबीएमबी के चेयरमैन की जिम्मेदारी
भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के सचिव की ओर से भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड के खाली हुए चेयरमैन के पद पर भारत सरकार के संयुक्त सचिव (हाइड्रो) तन्मय कुमार को बीबीएमबी चेयरमैन का उत्तरदायित्व सौंपा गया है।
जागरण संवाददाता, नंगल : भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के सचिव की ओर से भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड के खाली हुए चेयरमैन के पद पर भारत सरकार के संयुक्त सचिव (हाइड्रो) तन्मय कुमार को बीबीएमबी चेयरमैन का उत्तरदायित्व सौंपा गया है। यह जिम्मेदारी उन्हें तीन माह के लिए दी गई है। बता दें कि भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड के चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय की ओर से नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई है। यह प्रक्त्रिया अभी तक पूरी ना होने के चलते ही तीन माह अथवा चेयरमैन की स्थायी नियुक्ति होने तक एवं अगले आदेशों तक संयुक्त सचिव तन्मय कुमार को चेयरमैन का उत्तर दायित्व सौंपा गया है।
गौरतलब है कि 1983 बैच के राजस्थान केडर के आईएएस के अधिकारी तन्मय कुमार को भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी, एनएचपीसी लिमिटेड के बोर्ड में सरकारी नामित निदेशक के रूप में 11 जून 2020 से नियुक्त किया गया है। वर्तमान में विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार में संयुक्त सचिव के रूप में, कुमार अन्य कायरें के साथ ट्रासमिशन सेक्टर, पीजीसीआईएल, पोसोको (पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड) और रिन्यूएबल एनर्जी के ग्रिड इंटीग्रेशन का कार्य देख रहे हैं। दिल्ली के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थान से वे बीटेक व एमटेक हैं।
उधर बीबीएमबी के कर्मचारी संगठन बीबीएमबी आल इंप्लाइज यूनियन के प्रधान हरपाल राणा व उनके अन्य पदाधिकारियों ने ऊर्जा मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी कुंदन कुमार की ओर से जारी नियुक्ति के आदेशों का स्वागत किया है। यूनियन ने राज्यमंत्री आरके सिंह का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि तन्मय कुमार पनबिजली परियोजना के कार्य में विशेष अनुभव रखते हैं। इसलिए चेयरमैन की नियुक्ति होने तक भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड का संचालन बेहतर ढंग से हो सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि चेयरमैन की नियुक्ति से कर्मचारियों की लंबित पड़ी मागे भी पूरी होने की प्रबल संभावनाएं बन गई हैं। नवनियुक्त संयुक्त सचिव तन्मय कुमार को बधाई देते हुए यूनियन ने कहा है कि उनके समक्ष माग उठाई जाएगी कि कांट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को पक्का करने के साथ-साथ अन्य ऐसे सभी मसलों पर जरूरी फैसले लिए जाएं जिन फैसलों से बीबीएमबी तथा इसके कर्मचारियों के अलावा विस्थापितों को भी बनता लाभ मिल सके।
इस संबंध में की गई बैठक में जितेंद्र कुमार शुक्ला, विनय कुमार, योगराज, दर्शन सोनी, गुरमीत राम, नरेश कुमार, महेंद्र सिंह मिंटू, विनोद चौधरी, विवेक धर्माणी, नरेश चौधरी, हरिपाल पोसी, संजीव राणा, सूरज सैनी, सुखविंदर सिंह, जगतार सिंह, निर्मल सिंह, चंद्रमोहन कपिल, रामपाल, सुमित कुमार, मेवा दास, नरेंद्र कुमार बाली, जरनैल सिंह, गुरदीप सिंह, राज कुमार पराशर, अजय कुमार, राम कुमार, अरविंदर सिंह, मोहन लाल, कश्मीरी लाल, हरजिंदर सिंह आदि भी मौजूद थे।
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