रूपनगर में मनरेगा कर्मियों को नहीं मिला 6 महीने से वेतन, परेशान कर्मियों ने शुरू की पेन डाउन स्ट्राइक
रूपनगर में मनरेगा कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं मिला है जिसके कारण उन्होंने ब्लॉक विकास एवं पंचायत दफ्तर के सामने कलम छोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। उन्होंने सरकार से जल्द वेतन जारी करने की मांग की है।

संवाद सहयोगी, रूपनगर। पंजाब सरकार की योजनाओं को ब्लॉक विकास एवं पंचायत विभाग के माध्यम से अंजाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले मनरेगा कर्मचारियों को पिछले छह माह से वेतन नहीं दिया गया जिसके चलते सारे कर्मचारियों में मायूसी के साथ सरकार के खिलाफ रोष पाया जा रहा है।
पंजाब सरकार की इस उदासीनता से खफा मनरेगा कर्मियों में शामिल ग्राम रोजगार सहायकों के साथ साथ तकनीकी सहायकों ने स्थानीय ब्लाक विकास एवं पंचायत दफ्तर (बीडीपीओ) के समक्ष मजबूरी वश कलम छोड़ हड़ताल शुरू कर दी है। इन तमाम कर्मचारियों की कलम छोड़ हड़ताल के चलते विभाग का काम भी प्रभावित होने लगा है।
इस मौके धरने पर बैठे कर्मचारियों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने रोष जताते हुए कहा कि पिछले छह माह से वेतन न मिलने के कारण उनके घरों की स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है जबकि घरों में उनके परिवारों सहित बुजुर्ग माता-पिता भी परेशान है। उन्होंने कहा कि हालात यह हैं को वो अपने माता-पिता की सेवा संभाल करना तो दूर अपने बच्चों की संभाल एवं पालन-पोषण कर पाने तथा दवाईयां उपलब्ध करवा पाने में असमर्थ बनते जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले छह माह से ज्यादातर कर्मचारी अपने बच्चों की स्कूल फीसें तक नहीं दे सके जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई तक प्रभावित होने लगी है क्योंकि स्कूलों में फीस जमा न होने के कारण बच्चे खुद को ठगा सा महसूस करने लगे हैं। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि घर का खर्चा चलाना तो दूर उन्हें दफ्तर के कार्यों को अंजाम देने में भी कठिनाई पेश आ रही है।
उन्होंने कहा कि उनका ज्यादातर काम फील्ड का है जिसके लिए दोपहिया वाहन की जरूरत पड़ती है तथा कहा कि वाहन तो लगभग सभी के पास हैं लेकिन जेबों में पेट्रोल डलवाने के लिए पैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हर माह वेतन जारी करने की मांग उठाई जाती है जिस पर भरोसा तो मिलता है लेकिन वेतन नहीं मिलता।
उन्होंने मांग की कि उनका छह माह का बनता वेतन जल्द से जल्द रिलीज किया जाए तथा भविष्य में हर माह के पहले सप्ताह में वेतन जारी करना सुनिश्चित बनाया जाए अन्यथा जारी संघर्ष को उग्र रूप दिया जाएगा। इस मौके गुरशरण सिंह सहित मनिंदर सिंह, चंद्रसेन, सर्बजीत सिंह, रणजीत सिंह, मनप्रीत सिंह, कविता, दिलबाग सिंह, कुलदीप सिंह (ग्राम रोजगार सहायक, प्रिंस (तकनीकी सहायक), मोनिका, मनप्रीत कौर (कंप्यूटर सहायक) आदि ने मुख्य रूप से संबोधित किया।
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