'हरि ओम तत्सत् जय गुरु दत्त' धुन के जाप से भक्तिमय बना वातावरण
लोक कल्याण के लिए गांव समतैहण में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम वीरवार को भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया।
जागरण संवाददाता, नंगल
लोक कल्याण के लिए करीबी गांव समतैहण में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम वीरवार को भक्तिमय वातावरण में संपन्न हो गया। इस दौरान भक्तों को इस वर्ष के दौरान अच्छे कार्यो से समाज को संस्कारवान बनाने में योगदान देने की प्रेरणा दी गई। कार्यक्रम में त्रिमूर्ति महालक्ष्मी संस्थान समतैहण के नीम वाले बाबा पवित्राचार्य जी महाराज ने कहा कि सभी धर्म मर्यादाओं से जुड़े रहने के साथ-साथ लगातार संतजनों के साथ संपर्क बनाए रखें, ताकि समाज को नई दिश दी जा सके। उन्होंने कहा कि प्रभु को मानने वाले प्राणी ही दिव्य दृष्टि प्राप्त कर सकता है। बाबा भरथरी मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में बलबीर सिंह तथा महेंद्र सिंह की देखरेख में सुखवंत सिंह भसीन, चरनजीत बिल्लू ने संगीतमय भजनों से यह बताने का प्रयास किया कि मानव जीवन परमात्मा की सबसे बड़ी देन है। इसलिए मानव शरीर के माध्यम से सभी को जीवन में ऐसे काम करने चाहिए जिससे समाज सहित मानवता का कल्याण हो सके। कार्यक्रम में दूर-दराज से आए पूज्य श्री के शिष्यों ने बाबा जी के प्रवचन सुनकर दिव्य मंत्र 'हरि ओम तत्सत जय गुरु दत्त' धुन का जाप किया। इस मौके पर जीत राम, जरनैल सिंह, रछपाल सिंह राणा, अनिल कुमार, संजीव कुमार, दवेंद्र सिंह, वेद प्रकाश, सीता राम, कैप्टन संतोख सिंह, दर्शन, विजय कुमार ऊना, राजेंद्र सिंह, लेख राज व दवेंद्र चौधरी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने बाबा जी के प्रवचन सुनकर वर्ष पर सेवा कार्यो को जारी रखने का संकल्प दोहराया।