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    Punjab News: कहां-कहां गया अमृतपाल और उसे क्या ट्रेनिंग दी गई ये खोज का विषय: पंजाब स्वास्थ्य मंत्री

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Mon, 20 Mar 2023 12:17 PM (IST)

    सोमवार को पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने रूपनगर में पहुंचे। उन्होंने अमृतपाल सिंह पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये खोज का विषय है कि पंजाब का एक नौजवान अमृतपाल सिंह वो कहां कहां गया और उसे क्या ट्रेनिंग दी गई।

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    कहां-कहां गया अमृतपाल और उसे क्या ट्रेनिंग दी गई ये खोज का विषय: पंजाब स्वास्थ्य मंत्री

    रूपनगर, जागरण संवाददाता : सोमवार को पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने रूपनगर में पहुंचे। उन्होंने अमृतपाल सिंह पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये खोज का विषय है कि पंजाब का एक नौजवान अमृतपाल सिंह वो कहां कहां गया और उसे क्या ट्रेनिंग दी गई। मेरी पंजाब के लोगों और नौजवानों को अपील है कि शांति बनाए रखें।

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    घटनाओं के पीछे देश विरोधी ताकतों का हाथ

    पंजाब पुलिस बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि इससे पहले पटियाला में घटनाक्रम हुआ था और जो अब हो रहा है, ये घटनाएं अपने आप नहीं हो रही हैं। इसके पीछे देश विरोधी ताकतें हैं। जो कुछ देश के बाहर से और कुछ देश के अंदर काम कर रही हैं। धीरे धीरे लोगों को भी समझ आ जाएगा कि ये घटनाएं क्यों हो रही हैं और इसका फायदा किन लोगों को पहुंच रहा है।

    ड्रोन से हो रही नशे की तस्करी 

    पंजाब में सप्लाई हो रहे नशे के मुद्दे पर बलबीर सिंह ने कहा कि ड्रोन के माध्यम से तस्करी हो रही है। केंद्रीय एजेंसियों की कार्यप्रणाली संतोषजनक नहीं है। उन्होंने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या आपने ये सुना है या देखा है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा पंजाब में कोई बड़ी कार्रवाई की गई हो। पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस नशे की कमर तोड़ने में अच्छा काम कर रही है।

    दवाओं को लेकर यह कहा 

    स्वास्थ्य मंत्री ने ब्रांडेड कंपनियों की दवाइयों का नाम साल्ट की बजाय अलग अलग नाम देने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि एक डॉक्टर को एक साल्ट की बीस-बीस दवाईयों के नाम याद करने पड़ते हैं। इस बारे में विधानसभा में भी मेरे द्वारा मुद्दा उठाया गया था। ये काम केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि ये अनिवार्य किया जाए कि दवा पर साल्ट का नाम ऊपर लिखा जाए और नीचे कंपनी का नाम दिया जाए।

    बाजारों में दवाएं हैं महंगी 

    इससे डॉक्टर को मरीजों को दवा लिखने में आसानी रहेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कानून बनाते हुए ब्रांडेड दवाइयों के दाम कम करने चाहिए। क्योंकि अभी भी जो दवाएं बाजार में बिक रही हैं वो महंगी हैं। केंद्र सरकार द्वारा जो सिस्टम दवा सस्ती करने का दावा करते हुए बनाया गया है उससे कापोरेट और डॉक्टर दोनों ही बदनाम हो रहे हैं। इस मौके पर रूपनगर के विधायक एडवोकेट दिनेश चड्ढा और श्री चमकौर साहिब के विधायक डा.चरणजीत सिंह मौजूद थे।