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    पंजाब के रूपनगर में जंगल की जमीन पर बना दिए थे फार्म हाउस और अवैध निर्माण, सरकार ने बुलडोजर से ढहाए

    By Sohan Lal Edited By: Sohan Lal
    Updated: Tue, 28 Oct 2025 06:25 PM (IST)

    रूपनगर के बरदार गांव में वन विभाग की जमीन पर बने अवैध फार्म हाउसों को सरकार ने बुलडोजर से ढहा दिया। जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने यह कार्रवाई की। पूर्व विधायक अमरजीत सिंह संदोआ ने सरकार को धन्यवाद दिया और इस मामले में शामिल लोगों की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और विजिलेंस विभाग को इस संबंधी पत्र लिखकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था।

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    घाड़ इलाके में बरदार में बने ईको धाम में निर्माण को गिराते हुए प्रशासन की टीम।

    जागरण संवाददाता, रूपनगर। घाड़ इलाके के गांव बरदार में स्थित श्री ईको धाम में वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर बनाए गए मकानों, फार्म हाउस और अन्य निर्माण बुलडोजर से ढहा दिए गए हैं। जंगल दफा के अधीन आती इस जमीन पर कई वर्षों से फार्म हाउस और अन्य इमारतें बनाकर बेची जा रही थी। सरकार और प्रशासन के आदेशों के तहत इन गैर कानूनी ढांचों को गिरा दिया गया है। जिला टाउन प्लानर जगदीप सिंह की अगुवाई में प्रशासन और पुलिस की टीम ने मौके पर अवैध निर्माणों को गिराया। करीब एक दर्जन इमारतों को गिराया गया है।

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    ईको धाम में विलास बनाकर बिक्री किए गए थे। इस मौके पर प्रशासन की तरफ से नायब तहसीलदार करणवीर सिंह भी शामिल थे। इस कार्रवाई को लेकर पूर्व विधायक अमरजीत सिंह संदोआ ने सरकार और प्रशासन का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई काफी समय से जरूरी थी। कई वर्षों से कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा जंगल काटकर गैर कानूनी तरीके से फार्म हाउस बनाकर बेचे जा रहे थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और विजिलेंस विभाग को इस संबंधी पत्र लिखकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था।

    उन्होंने कहा कि अब जरूरत है कि इस सभी मामले की विस्तार से जांच हो कि यह अवैध निर्माण कौन कौन करवा रहा था। कौन से अधिकारियों या सियासी लोगों की शह पर यह काम चल रहा था। उन्होंने कहा कि स्थानीय सत्तारूढ़ नेताओं खासकर स्थानीय विधायक की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। निष्पक्षता से जांच होगी तो सच्चाई सबके सामने आएगी। सरकार को चाहिए कि इसमें शामिल हर व्यक्ति को बेनकाब किया जाए। जिससे भविष्य में कोई भी जंगलों से खिलवाड़ करने की हिम्मत न करे। उन्होंने कहा कि अगर इस संबंधी निष्पक्षता से जांच की जाए।