पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में तीन पवित्र शहर घोषित, सीएम भगवंत मान बोले- विकास के लिए देंगे खुले फंड
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री अमृतसर साहिब, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर घोषित किया है। विधानसभा के विशेष सत्र में यह निर्णय लिया गया, जहां केवल धार्मिक मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन शहरों के विकास के लिए पर्याप्त धन दिया जाएगा।
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पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में तीन पवित्र शहर घोषित। फोटो सीएम एक्स
संवाद सहयोगी, आनंदपुर साहिब (रूपनगर)। पंजाब विधानसभा के विशेष सेशन के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि तीन शहरों को प्रस्ताव डालकर पवित्र शहर का दर्जा दिया है और अधिकारिक तौर पर इनको यह दर्जा दिया गया है। इनके विकास के लिए खुले फंड दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्री अमृतसर साहिब के गलियारे, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर घोषित किया। तीन तख़्तों की मौजूदगी वाले पंजाब के इन महत्वपूर्ण शहरों को अब आधिकारिक रूप से पवित्र शहरों का दर्जा दिया गया। विधानसभा में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस का एलान किया।
मान ने कहा कि विशेष विधान सभा सेशन में केवल धार्मिक मुद्दों पर बातचीत की गई और कोई भी राजनीतिक मुद्दा नहीं उठाया गया और गुरु साहिब की शहादत को सजदा किया गया। केंद्र से इन समागमों में कोई बड़ा लीडर न आने के बारे में उन्होंने कहा कि हमने सभी नेताओं को आमंत्रण दिया था और प्रधानमंत्री से समय न मिलने के कारण उनके द्वारा राष्ट्रपति को समागमों में हाजिरी भरने के लिए आमंत्रण दिया गया था।
आज का दिन पंजाब के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 24, 2025
नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर, श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में एक ऐतिहासिक प्रस्ताव पारित हुआ, पंजाब में स्थित तीनों तख़्तों की महान परंपरा और आस्था… pic.twitter.com/uyofOHhjBJ
उन्होंने कहा कि अभी इन समागमों की समाप्ति नहीं हुई है, हो सकता है कि वह प्रोग्राम में हिस्सा लें। 131वें संशोधन संबंधी उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा ही वादों से मुकर रही है। जैसे इसके बारे में कह रहे हैं कि हमने कोई आफिशियल पत्र जारी नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह पत्र क्या किसी चपड़ासी ने लीक किया।
उन्होंने कहा कि यह पार्लियामेंट के एजेंडे में थी और इसके बारे में बिल आएंगे। बाद में कहना कि हमारा इरादा नहीं था, यह गलत है। अब यह पंजाब के प्रैशर के कारण ही मुकर रहे हैं। उन्होंने विरोधियों को ताड़ना करते कहा कि स्वभाव चेक न करो, पता नहीं उनके सलाहकार कौन हैं और बाद में माफी मांगनी पड़ती है।

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