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    पंजाब के रूपनगर में नहीं चली सरकारी और प्राइवेट बसें, यात्री दर-दर भटकने को हुए मजबूर

    By Pankaj DwivediEdited By:
    Updated: Thu, 26 Nov 2020 01:29 PM (IST)

    रूपनगर में पंजाब रोडवेज मलाजिमों ने वीरवार को रोडवेज डिपो से कोई बस नहीं चलाई। उन्होंने प्राइवेट बसों को भी नहीं चलने दिया। रूपनगर नए बस अड्डे पर आने ...और पढ़ें

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    पंजाब के रूपनगर में घर जाने के लिए के लिए बस का इंतजार करते हुए गुलाम अली और शीना। (जागरण)

    रूपनगर, जेएनएन। यहां पंजाब रोडवेज मलाजिमों की सांझी एक्शन कमेटी ने पूर्व घोषित प्रोग्राम के तहत वीरवार को रोडवेज डिपो से कोई बस नहीं चलाई। उन्होंने प्राइवेट बस आपरेटरों की बसों को भी नहीं चलने दिया। रूपनगर नए बस अड्डे पर आने वाली प्राइवेट बसों को रोक कर उन्हें बस अड्डे में खड़ा कर दिया गया। कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के कार बसों में सवार सवारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दूसरे जिलों से आए लोगों को रूपनगर बस अड्डे पर परेशानी झेलनी पड़ी। रूपनगर से दूसरे शहरों में नौकरी करने जाने वाले लोगों को भी परेशानी हुई।

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    रूपनगर से बलाचौर नगर कौंसिल में डयूटी करने जाने वाले गौरव वर्मा ने बताया कि वो प्राइवेट बस में ड्यूटी जाने के लिए सुबह सवार हुए थे। बस अड्डे के पास रोडवेज के कर्मचारियों ने बस को रोक दिया और बसों को अड्डे में खड़ा करने के लिए कहा। सवारियों को उतरा दिया गया।

    मन्ना देवी रीता रानी को रूपनगर में बस रोक कर उतार दिया गया।

    मन्ना देवी और रीता देवी ने कहा कि सिरमौर से अमृतसर के लिए चले थे लेकिन रूपनगर में बस को रोक दिया गया है। अब वो समझ नहीं पा रहे कि क्या करें। अब वो अमृतसर कैसे जाएंगे। प्राइवेट टैक्सी तो बेहंद महंगी पड़ेगी। गुलाम अली और शीना ने कहा कि वो चमकौर साहिब से माहिलपुर के लिए निकले थे। रूपनगर आ गए तो बस को रोक दिया गया है। अब वो आगे कैसे जाएंगे। रशपाल सिंह ने कहा कि वो भी बस में सवार थे। अब अपनी मंजिल तक कैसे जाएंगे।

    इधर, सांझी एक्शन कमेटी के बैनर तले रोडवेज मुलाजिमों ने 11 बजे से लेकर एक बजे तक रैली की। जिसमें पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वक्ताओं ने कहा कि कोरोना की आड़ में मुलाजिम विरोधी फैसले लगातार लागू किए ज रहे हैं। पंजाब रोडवेज में पीआरटीसी को मर्ज करने का फैसला सरकार को तुरंत वापस लेना चाहिए और आउटसोर्स पर भर्ती कर्मचारियों को स्थायी भर्ती करनी चाहिए।

     

     

     

     

     

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