त्रिदन्डी स्वामी भक्ति वल्लभ तीर्थ गोस्वामी जी के निधन पर शोक
संवाद सहयोगी, रूपनगर आचार्य व विश्व वैष्णव राज्य सभा के अध्यक्ष त्रिदन्डी स्वामी श्री श्रीमद भक्ति वल्लभ त ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, रूपनगर
आचार्य व विश्व वैष्णव राज्य सभा के अध्यक्ष त्रिदन्डी स्वामी श्री श्रीमद भक्ति वल्लभ तीर्थ गोस्वामी जी महाराज आज भगवान के चरणों में बिराजमान हो गए। महारज श्री पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
हरे कृष्णा संकीर्तन मंडल रूपनगर के संयोजक मूलराज शर्मा ने बताया कि इस साल राम नवमी के पावन अवसर पर उन्होंने जीवन के 93 वर्ष पूरे किए थे। उन्होंने कहा कि ऐसे महान वैष्णव आचार्य के परलोक गमन से देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी शोक की लहर दौड़ गई है। उन्होंने बताया कि महाराज श्री ने विश्व भर में वैष्णव धर्म का प्रचार व प्रसार करते हुए लाखों लोगों को प्रभू भक्ति के साथ जोड़ा है। इसके अलावा महाराज श्री ने 25 साल पहले हरे कृष्णा संकीर्तन मंडल की स्थापना भी की थी। उन्होंने कहा कि आज उन्हीं की प्रेरणा से रूपनगर का मंडल प्रतिदिन हरे कृष्णा महांमंत्र का जाप करने के साथ साथ स्थानीय गोपाल गऊशाला की आर्थिक सहायता भी करता आ रहा है। उन्होंने कहा कि वैष्णव शिरोमणी तथा गौंडीय समाज के पितामा महाराज के जाने से समूचा वैष्णव समाज आज पूरी तरह से शोक में डूब गया है।
उन्होंने बताया कि त्रिदन्डी स्वामी श्री श्रीमद भक्ति वल्लभ तीर्थ गोस्वामी गुरू महाराज जी को एकादशी के दिन भगवान चैतन्य महाप्रभू की लीला भूमि मायापुर स्थित श्री चैतन्य गौंडीय मठ में विशाल नगर संकीर्तन के उपरांत समाधी दी जाएगी। आज यहां महाराज श्री के जाने के शोक में हरे कृष्णा संकीर्तन मंडल के भक्तों ने उनकी महिमा का गुणगान किया। इस मौके हरीश लखानी, विजय कालड़ा, डॉ. गोरख राम शर्मा, रवि बांसल, केके पाठक, गुरमुख ¨सह, पंडित परशुराम शास्त्री के अलावा मंडल के समूह सदस्य उपस्थित थे।

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