180 करोड़ से बनाई गई सड़क में पांच- पांच फीट लंबा पैचवर्क
रूपनगर रूपनगर-चमकौर साहिब सड़क वाया सर¨हद नहर पर आज भी लोग सुरक्षित सफर नहीं कर रहे हैं। शहीदी जोड़ मेले 14 दिसंबर से आरंभ हो रहे हैं और 28 दिसंबर तक च ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रूपनगर
रूपनगर-चमकौर साहिब सड़क वाया सर¨हद नहर पर आज भी लोग सुरक्षित सफर नहीं कर रहे हैं। शहीदी जोड़ मेले 14 दिसंबर से आरंभ हो रहे हैं और 28 दिसंबर तक चलेंगे। इस दौरान एतिहासिक गुरुघरों खासकर श्री कत्लगढ़ साहिब में संगत का खूब आना रहेगा और लोग इस सड़क का इस्तेमाल करेंगे। लेकिन खस्ता हालत लोगों के लिए परेशानी बनेगी। दैनिक जागरण ने इस सड़क पर दौरा करके इसकी दयनीय स्थिति को जाना। रूपनगर से शुरू होते इस सड़क पर सर¨हद नहर के साथ साथ बाईपास तक गड्ढे ही गड्ढे हैं। जैसे जैसे इस मार्ग पर आगे बढ़ते हैं, तो ऐसा नहीं लगता कि ये टोल सड़क है। लोगों को टोल देने के बाद भी सही सड़क की सुविधा नहीं मिल रही है, क्योंकि सड़क की हालत कई जगह खराब है। करीब दो माह पहले इस मार्ग पर पैचवर्क किया गया, लेकिन पैचवर्क भी छोटे मोटे नहीं हैं। पांच- पांच फीट लंबे और तीन - तीन फीट चौड़े पैचवर्क हैं। ऐसा लगता है कि सड़क बीमार है और आए दिन इसका ऑपरेशन चलता रहता है। आगे भी इस मार्ग को पैचवर्क के सहारे चलाया जा रहा है। जबकि कुछ हफ्तों बाद ही मार्ग पर बड़े बड़े गड्ढे मुंह खोल लेते हैं। बता दें कि रूपनगर-चमकौर साहिब-नीलो दोराहा मार्ग को अकाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में बनाया गया था और इस मार्ग पर नवंबर 2016 में टोल कंपनी ने अपने टोल स्थापित किए थे। पहला टोल कमालपुर गांव के समीप है और यहां लोग टोल देने के बावजूद गड्ढों में से गुजरने को मजबूर हैं। रूपनगर पुराने पुल से लेकर बाईपास तक की सड़क पर अगर आप ध्यान से न चलें तो कभी भी आपका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। हाल ही में दो कारें आपस में टकराकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इसी मार्ग पर कई बार सर¨हद नहर की तरफ सड़क धंस चुकी है। हरेक साल बरसात के सीजन में और सर्दियों में होने वाली बारिश के दौरान एक या दो बार सड़क बह जाती है। अब मुद्दा ये है कि जब करोड़ों रुपये खर्च करके रूपनगर-चमकौर साहिब-नीलो-दोराहा सड़क का निर्माण किया गया, तो इसको रूपनगर के पास सर¨हद नहर पर सड़क को मजबूत किया जाता तो ऐसे हालात न बनते। 180 करोड़ से बनी थी दोराहा तक सड़क बता दें कि अटलांटा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने रूपनगर-चमकौर साहिब-नीलो-दोराहा सड़क का निर्माण 180 करोड़ रुपए की लागत से किया है। इस सड़क का निर्माण साल 2014 में तकरीबन मुकम्मल हो गया था, लेकिन कुछ हिस्सा निर्माणाधीन होने के कारण इस मार्ग पर टोल प्लाजा नवंबर 2016 में ही स्थापित हो गया। पीडब्लयूडी विभाग ने टोल प्लाजा स्थापित करने के लिए मंजूरी पहले नहीं थी। इस सड़क पर लोगों का आवागमन शुरू हो गया था। अब टोल प्लाजा कंपनी के पास 2029 तक इस सड़क पर टोल वसूलने का अधिकार है। मुगलों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे बड़े साहिबजादे गुरु गो¨बद ¨सह के बड़े साहिबजादों बाबा अजीत ¨सह और बाबा जुझार ¨सह ने चमकौर की गड़ी में 40 ¨सहों के साथ मुगल फौज से लोहा लिया था। यहीं से गुरु गो¨बद ¨सह जी ताड़ी मारते हुए माछीवाड़ा के जंगलों की तरफ कूच किए थे। जहां बड़े साहिबजादे और ¨सह शहीद हुए थे, वहां गुरुद्वारा श्री कत्लगढ़ साहिब है। जहां से गुरु साहिब ताड़ी मारते हुए माछीवाड़ा के लिए रवाना हुए थे, वहां गुरुद्वारा ताड़ी साहिब सुशोभित है। गढ़ी साहिब गुरुद्वारा भी यहीं स्थापित है। जल्द करवाएंगे रिपेयर: एसडीओ पर¨वदर ¨सह पीडब्ल्यूडी विभाग रूपनगर के एसडीओ पर¨वदर ¨सह ने कहा कि दो माह पहले ही रूपनगर-चमकौर साहिब-नीलो-दोराहा सड़क का पैचवर्क किया गया है। रूपनगर से बाईपास तक खस्ताहालत के बारे टोल कंपनी को लिखित रूप में भेजा गया है। जल्द खस्ता हालत सड़क की रिपेयर करवाई जाएगी। सड़क पर प्रीमिक्स का काम सड़क के निर्माण से पांच साल बाद ही होगा।

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