तीनों बांध फुल... सतलुज, ब्यास और रावी में छोड़ा जा रहा पानी; दो फीट तक खोले गए फ्लड कंट्रोल गेट
पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के बाद बीबीएमबी ने भाखड़ा पौंग और रणजीत सागर बांधों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। भाखड़ा बांध के चार फ्लड गेट लगातार तीसरे दिन भी खुले रहे जिससे सतलुज ब्यास और रावी नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है। भाखड़ा बांध अपनी क्षमता का 92% तक भर चुका है।

सुभाष शर्मा, नंगल। पंजाब के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा के अलर्ट के बाद भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) ने भी बांधों की सुरक्षा को लेकर कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। बीबीएमबी की ओर से पहले से लगभग फुल हो चुके भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर बांध से लगातार पानी सतलुज, ब्यास और रावी दरिया में छोड़ा जा रहा है।
भाखड़ा बांध के चार फ्लड गेट लगातार तीसरे दिन भी दो फीट तक खोले गए। सोमवार को इसका जलस्तर 1670.67 फीट दर्ज किया गया जो पिछले वर्ष 1645.89 फीट था। बीबीएमबी प्रशासन के अनुसार भाखड़ा बांध कुल क्षमता का 92 प्रतिशत भरा हुआ है।
पानी की आवक की बात करें तो भाखड़ा में 24,327 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की गई है जबकि पिछले वर्ष यह 16,908 क्यूसेक थी। सोमवार को 40,272 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जबकि पिछले वर्ष के 24,928 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।
इसी तरह पौंग बांध में सोमवार को पानी का स्तर 1385.87 फीट दर्ज किया गया है जो पिछले वर्ष के स्तर 1362.07 फीट था। यह अपनी क्षमता का 95 प्रतिशत भरा हुआ है जबकि पिछले वर्ष यह 67 प्रतिशत ही भरा था। पानी की आवक 6,963 क्यूसेक रही जो पिछले वर्ष 4,709 क्यूसेक थी। इसी तरह यहां से 49,202 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जबकि गत वर्ष 13,003 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।
रणजीत सागर डैम का जलस्तर 520.37 मीटर दर्ज किया गया, जो पिछले वर्ष के 498.36 मीटर की तुलना में लगभग 22 मीटर अधिक है। यहां पानी की आवक 4,215 क्यूसेक रही, जबकि पिछले वर्ष यह 3,672 क्यूसेक थी। यहां से 23,666 क्यूसेक पानी छोड़ा गया पिछले वर्ष इस दिन केवल 2,699 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।
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