25 को ही मनेगी श्री रामनवमी और दशहरा
पटियाला दशहरा और श्री रामनवमी इस बार एक ही दिन 25 अक्टूबर को ही मनाए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, पटियाला : दशहरा और श्री रामनवमी इस बार एक ही दिन 25 अक्टूबर को ही मनाए जाएंगे। इसका कारण है कि 25 अक्टूबर को दिन के समय श्रीराम नवमी का पहर है और रात से लेकर दूसरे दिन सुबह तक दशमी का पहर होगा और सुबह के बाद एकादशी का पहर शुरू हो जाएगा। इसलिए नवरात्र 24 तक होंगे और 25 को श्री रामनवमी व रात के समय दशमी शुरू होगी।
त्रिपड़ी टाउन श्री हनुमान मंदिर के सेवादार पंडित विनय शर्मा ने बताया कि अश्विन मास की दशमी तिथि को पूरे देश में दशहरा मनाया जाएगा। दुर्गा पूजा की दशमी तिथि को मनाया जाने वाला त्योहार बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। दशहरे के दिन बिना शुभ मुहूर्त के भी शुभ कार्य किए जा सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार इस दिन किए गए किसी भी तरह के नए कार्य में सफलता जरूर हासिल होती है। विजयदशमी के दिन श्रीराम, मां दुर्गा, श्री गणेश, श्री हनुमान जी की आराधना करने से परिवार की मंगलकामना भी पूरी होती हैं। इस दिन श्री रामचरितमानस, सुंदरकांड, श्री रामस्तुति, श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार की कामनाएं पूर्ण होती हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल 24 अक्टूबर को सुबह 6.58 बजे तक अष्टमी है। इसके बाद नवमी तिथि लग जाएगी और 25 को सुबह 7.41 बजे दशमी शुरू होगी। यह दशमी 26 अक्टूबर को सुबह 8.59 बजे तक रहेगी। इसलिए दशहरा 25 अक्टूबर को मनाया जाएगा। विजयदशमी की सर्व सिद्धिदायक मानी जाती है। दशहरे के दिन बच्चों का अक्षर लेखन, घर या दुकान का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, यज्ञोपवीत संस्कार, भूमि पूजन का कार्य शुभ माना गया है। विजयदशमी के दिन विवाह संस्करण निषेध कहा गया है।
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