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    पंजाब में 79 जगहों पर जली पराली, कई शहरों में हवा हुई जहरीली; AQI पहुंचा 300 के पार

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 05:55 AM (IST)

    पंजाब में पराली जलाने के मामलों में वृद्धि जारी है, जिससे प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। राज्य में अब तक 484 स्थानों पर पराली जलाई गई है, हालांकि यह आंकड़ा पिछले वर्ष से कम है। सरकार ने जुर्माने और कानूनी कार्रवाई के माध्यम से सख्ती दिखाई है, फिर भी कई शहरों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक बना हुआ है।

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    पंजाब में 79 जगह जली पराली, प्रमुख शहरों की हवा बेहद खराब

    जागरण संवाददाता, पटियाला। पंजाब में पराली जलाने के केसों में बढ़ोतरी होनी जारी है। बुधवार को राज्य में पराली जलाने की 79 घटनाएं सामने आयीं। इससे पहले मंगलवार को राज्य में 62 जगह पराली जलायी गई थी। बुधवार को पराली जलाने की घटनाएं मिलाकर मौजूदा धान सीजन में बीती 15 सितंबर से अब तक राज्य में 484 जगह पराली जलाई जा चुकी है।

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    बहरहाल संतोष की बात यह है कि पराली को आग लगाने का यह आंकड़ा पिछले वर्ष के मुकाबले करीब 70 फीसदी तक कम है। बीते वर्ष 22 अक्टूबर तक राज्य में 1581 जगह पराली जला दी गई थी। इस बार पराली जलाने वालों के खिलाफ राज्य सरकार की सख्ती के चलते ही इस बार पराली जलाने की घटनाओं में यह कमी दर्ज की जा रही है।

    दूसरी ओर दीपावली का बाद भी राज्य के प्रमुख शहरों में हवा की क्वालिटी बेहद खराब बनी हुई है। बेहद खराब वाली कैटेगरी में अमृतसर, जालंधर और लुधियाना शहर शामिल हैं। इसके साथ ही पटियाला और मंडी गोबिंदगढ़ भी इनसे ज्यादा पीछे नहीं। यहां हवा की क्वालिटी खराब कैटेगरी वाली रही। बुधवार देर रात को अमृतसर का एक्यूआई जहां 306 रहा वहीं जालंधर का 328 और लुधियाना का 304 दर्ज किया गया।

    इसी तरह पटियाला का एक्यूआई 283 और मंडी गोबिंदगढ़ का एक्यूआई 292 रिकार्ड किया गया। सेंट्रल पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मानकों मुताबिक 200 से 300 तक एक्यूआई को जहां खराब (पूअर) कैटेगरी में रखा जाता है वहीं 300 से 400 तक एक्यूआई को बेहद खराब (वैरी पूअर) कैटेगरी में रखा जाता है।

    पराली जलाने वालों से 7.40 लाख रुपये जुर्माना वसूली

    पंजाब में इस साल पराली जलाने वालों को अब तक कुल 11 लाख 45 हजार रुपये जुर्माना किया गया है जिसमें से सात लाख 40 हजार रुपये जुर्माने की वसूली की जा चुकी है। पराली जलाने के संबंध में जहां 184 एफआईआर दर्ज की गई हैं वहीं 187 मामलों में जमीनी दस्तावेजों में रेड एंट्रियां भी की गई हैं। राज्य में मौजूदा सीजन में अब तक पराली जलाने के सबसे ज्यादा 154 केस तरनतारन से सामने आए हैं। इसी तरह अमृतसर में 126, फिरोजपुर में 55 और पटियाला में 31 जगह पराली जलाई गई है।