पंजाब में एक ओर भीषण गर्मी, दूसरी ओर पावर कट... लुधियाना सहित कई शहरों में छह घंटे तक बिजली गुल
पंजाब में भीषण गर्मी और धान रोपाई के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। लुधियाना दसूहा बठिंडा समेत कई शहरों में घंटों तक बिजली कटौती हुई। पावरकॉम को 26075 शिकायतें मिलीं जिनमें से 12147 का निपटारा किया गया। वीरवार को बिजली की मांग 16331 मेगावाट रही। रोपड़ का एक यूनिट बंद होने से भी बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ। मानसून में देरी से स्थिति और गंभीर हो सकती है।

जागरण संवाददाता, पटियाला। राज्य में भीषण गर्मी और धान रोपाई के कारण लगातार बिजली आपूर्ति बाधित होने लगी है। वीरवार को लुधियाना, दसूहा, बठिंडा, धूरी, नकोदर और तरनतारन में छह घंटे तक का लंबा बिजली कट लगा। इसी तरह पटियाला, अमृतसर, मोगा, मुक्तसर और मोहाली में चार घंटे तक बिजली सप्लाई प्रभावित रही।
पावरकॉम के पास राज्य भर से करीब 26,075 शिकायतें पहुंचीं। 12,147 शिकायतों का निपटारा किया गया और बाकी को ठीक करने का काम जारी रहा।
उधर, वीरवार को लगातार तीसरे दिन बिजली की मांग 16 हजार मेगावाट के पार रही। वीरवार को बिजली की अधिकतम मांग 16,331 मेगावाट दर्ज की गई। हालांकि बुधवार के मुकाबले यह 500 मेगावाट कम रही।
इससे पहले 11 जून को बिजली की अधिकतम मांग 16,836 मेगावाट, 10 जून को 16,249 मेगावाट और नौ जून को 15,624 मेगावाट थी। यदि मानसून समय पर नहीं आया तो इतनी मांग को बिना बिजली कट पूरा करना मुश्किल होगा।
रोपड़ का एक यूनिट बंद वीरवार को सरकारी और प्राइवेट थर्मल प्लांट, हाइड्रो और अन्य स्रोतों से 6,231 मेगावाट के करीब बिजली हासिल हुई है और बाकी सप्लाई पूरी करने के लिए बाहरी स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ा है। इसके तहत रोपड़ थर्मल प्लांट के चार में से एक यूनिट बंद रहा और 501 मेगावाट बिजली उत्पादन किया गया।
इसी तरह लहरा मोहब्बत थर्मल प्लांट के चार यूनिट से 840 मेगावाट, गोइंदवाल प्लांट से 504, राजपुरा स्थित प्लांट से 1346 मेगावाट और तलवंडी साबो प्लांट से 1867 मेगावाट बिजली उत्पादन किया गया।
राज्य में बिजली की मांग 16,331 मेगावाट रही, पावरकॉम को 26,075 शिकायतें मिलीं, 12,147 का किया निपटारा

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।