पंजाब में पराली जलाने के 1642 केस, 353 हॉटस्पॉट गांव में नजर रख रहे PPF के जवान, 430 FIR दर्ज
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन सक्रिय हैं। 353 हॉटस्पॉट गांवों में पराली प्रोटेक्शन फोर्स तैनात की गई है। इस सीजन में अब तक पराली जलाने के 1642 मामले सामने आए हैं, जिनमें 430 एफआईआर दर्ज की गई हैं। सबसे ज्यादा मामले तरनतारन जिले में दर्ज हुए हैं। किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

जागरण फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पटियाला। पराली जलाने की घटनाएं रोकने के लिए विभिन्न विभागों के साथ-साथ पंजाब पुलिस भी सक्रिय है। 353 हॉटस्पॉट गांवों में पराली प्रोटेक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। फोर्स के 1700 जवान बठिंडा, फाजिल्का, फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना, मोगा, फरीदकोट, एसएएस नगर, मानसा, संगरूर, बरनाला, फतेहगढ़ साहिब और तरनतारन जिलों के हॉटस्पॉट गांव में कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
सख्ती के साथ पराली न जलाने के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। पराली जलाने वालों के खिलाफ केस भी दर्ज किए जा रहे हैं। इस सीजन में अब तक पराली जलाने से संबंधित 430 एफआइआर दर्ज की जा चुकी हैं। सबसे ज्यादा 98 एफआइआर अब तक तरनतारन में दर्ज हुई है।
अमृतसर में 75, फिरोजपुर में 53 और पटियाला में 36 एफआइआर दर्ज की गई है। पराली प्रोटेक्शन फोर्स की तैनाती का फैसला एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (सीएक्यूएम) द्वारा पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश को पराली जलाने पर नियंत्रण के लिए जिला और ब्लाक स्तर पर डेडिकेटेड एनफोर्समेंट यूनिट स्थापित करने के निर्देश के बाद उठाया गया। फोर्स में 550 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर शामिल हैं। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार 15 सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच पंजाब में खेतों में आग लगाने के 1,642 मामले सामने आए।
लगातार तीसरे दिन सीएम के जिले में सबसे ज्यादा जली पराली
गेहूं की बुआई का समय नजदीक आते ही पराली जलाने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को पराली जलाने के 224 मामले दर्ज किए। लगातार तीसरे दिन सबसे ज्यादा सीएम के जिले में पराली जलाने के 63 मामले सामने आए। वीरवार को सबसे अधिक 48 और बुधवार को 79 मामले सामने आए थे।
तरनतारन में 44, बठिंडा और पटियाला में 15-15, फिरोजपुर और कपूरथला 12-12, अमृतसर में 11, मोगा में 10, लुधियाना में आठ, मानसा, जालंधर में छह-छह, मोहाली में चार, बरनाला, मुक्तसर, गुरदासपुर में तीन, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फाजिल्का, नवांशहर में एक-एक मामला सामने आया है।
तरनतारन में ज्यादा मामले
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पराली जलाने की घटनाओं की 15 सितंबर से निगरानी कर रहा है। सबसे ज्यादा तरनतारन में 374 स्थानों पर पराली जलाई गई। 281 मामलों के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान का जिला संगरूर दूसरे व 197 मामलों के साथ अमृतसर तीसरे स्थान पर है। पीपीसीवी नजर रख रहा है।

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