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    कनाडा में मारे गए युवक का शव नाभा पहुंचा

    कनाडा के टोरांटो में स्टडी वीजा पर गए नाभा के नौजवान विशाल शर्मा 21 का शव मंगलवार सुबह करीब 10 बजे नाभा लाया गया। इसका परिवार, रिश्तेदार व भारी गिनती में शहरवासियों ने नम आंखों के साथ अलहौंरा गेट स्थित शमशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

    By JagranEdited By: Updated: Tue, 04 Dec 2018 08:48 PM (IST)
    कनाडा में मारे गए युवक का शव नाभा पहुंचा

    जेएनएनए, नाभा-पटियाला

    कनाडा के टोरांटो में स्टडी वीजा पर गए नाभा के नौजवान विशाल शर्मा 21 का शव मंगलवार सुबह करीब 10 बजे नाभा लाया गया। इसका परिवार, रिश्तेदार व भारी गिनती में शहरवासियों ने नम आंखों के साथ अलहौंरा गेट स्थित श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। गौरतलब है कि मालवा स्कूल से बाहरवीं पास नौजवान बीते साल सितंबर माह में कनाडा के टोरांटो में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के लिए गया था, जिसका बीते मांह 25 को रहस्यमयी परिस्थितियों में शव घर के पास एक वृक्ष के साथ लटकता हुआ मिला। विशाल के पिता नरेश कुमार ने बताया की विशाल की रोजाना उसके परिजनों के साथ वीडियो का¨लग से बात होती रहती थी परंतु बीते 25 नवंबर को कनाडा पुलिस ने उन्हें सूचित किया गया उनके बेटे का शव बरामद हुआ है जिससे उनके पैरों तले जमीन खिसक गई कनाडा की पुलिस ने उसके शव को नाभा भेजने के बारे में 20 हजार डालर खर्चा आने की बात की थी जिसे अदा करने में उसके परिजन असमर्थ थे, परिजनों ने पटियाला हलके से सांसद डॉ धर्मवीर गांधी से संपर्क कर विशाल का शव नाभा लाने की अपील की जिनके प्रयासों से केंद्रीय विदेश मंत्रालय से संपर्क कर विशाल का शव यहां पहुंचा। शव नाभा पहुंचने पर गमगीन माहौल बना हुआ था। मृतक के पिता नरेश शर्मा ने सांसद डॉ धर्मवीर गांधी का धन्यवाद किया जिनके प्रयासों से उसके बेटे की लाश यहां पहुंची।

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    पिता को जन्मदिन पर कार गिफ्ट करना चाहता था विशाल

    मृतक विशाल के पिता ने रोते हुए बताया की 26 दिसंबर को उनके जन्म दिन पर बेटे विशाल ने उन्हें कार गिफ्ट करने का कहा था परंतु भगवान को कुछ ओर ही मंजूर था।

    सरकार देश में रोजगार के अवसर पैदा करे-डॉ गांधी

    पटियाला के सांसद डॉ धर्मवीर गांधी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की यदि सरकार देश में ही रोजगार के अवसर पैदा करे तो हमारे मेहनती नौजवानों को विदेशों में जाना ही ना पड़े। उन्होंने कहा की पीड़ित परिवार रिेश्तेदारों व शहरवासियों के लिए बेहद दुख की घड़ी है कि अपना भविष्य संवारने के लिए विदेशों में गए नौजवान की लाश ही वापिस भारत पहुंचती है। उन्होंने कहा की पीड़ित परिवार के संपर्क करने पर उन्होंने निजी तौर पर तुरंत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व टोरांटो में भारतीय राजदूत द¨वदर ¨सह से बात करके बिना किसी देरी के मृतका नौजवान के शव को भारत लाने के लिए कार्रवाई को अंजाम देने के लिए निवेदन किया। उन्होंने कहा की शव को भारत लाने के लिए 20 से 25 लाख रूपयों का खर्चा आने का अनुमान था। उन्होंने केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का विशेष तौर पर धन्यवाद करते हुए कहा की जिन्होंने पार्टीबाजी से उपर उठ कर बिना खर्च शव को भारत लाने के लिए सरहानीय काम किया। डॉ गांधी ने कहा की मृतक विशाल के शव को भारत लाने में निभाई गई उनकी भूमिका उनका फर्ज था।