Road Safety: पटियाला में हाईवे पर ब्लैक स्पाट व अवैध रोड कट ने दो साल में छीनी 100 जिंदगियां
Road Safety सड़कों व हाईवे पर खामियां के चलते हर साल लाेगाें काे जान से हाथ धाेना पड़ रहा है।नाभा रोड भाखड़ा नहर तक डबल रोड पर जहां पर अवैध कट नहीं है लेकिन नाभा जाते समय नहर क्रास करते ही बाटलनेक बन जाती है।

प्रेम वर्मा, पटियाला। Road Safety: जिले में हर साल सैकड़ों लोग हादसे में अपनी जिंदगी गंवा देते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण सड़कों व हाईवे पर खामियां हैं। जिले से होकर गुजरने वाली स्टेट, नेशनल हाईवे अन्य सड़कें करीब 419 किलोमीटर है। इन सड़कों पर कई ब्लैक स्पाट हैं लेकिन इनमें से 29 ब्लैक स्पाट जानलेवा हैं। इन ब्लैक स्पाट पर पिछले दो सालों के दौरान 100 के करीब जिंदगियां छिन चुकी हैं।
जिले में अभी भी सिंगल रोड हैं, जहां पर रात के समय रोशनी के इंतजाम न होने पर लोग हादसों का शिकार होते हैं। यहां तक पटियाला शहर से बाहर निकलते ही साफ तौर पर सड़क सुरक्षा इंतजामों में बड़ी कमियां नजर आने लगती हैं। बात संगरूर रोड, नाभा रोड, सरहिंद रोड की हो या फिर भादसों रोड की लेकिन शहर की हद खत्म होते ही यह कमियां शुरू होती है।
इन्हीं कमियों के कारण 14 नवंबर की रात को समाना रोड स्थित गांव चौंहठ के नजदीक दो सगे भाइयों जसपाल सिंह व चन्नी की मौत हो गई थी। बड़े ब्लैक स्पाट व अवैध रोड कट लेक्चरर प्रदीप शर्मा हाईव निरीक्षण के दौरान बताते हैं कि अवैध रोड कट संगरूर रोड पर पसियाणा पुल चौक, संगरूर रोड पर आगे जाहलां व राजगढ़ पर बने अवैध रोड कट, गुरुद्वारा परमेशवर साहिब के नजदीक संगरूर रोड पर बने हुए हैं। इस रोड पर एविएशन क्लब के नजदीक, पसियाणा भाखड़ा नहर पुल, राजगढ़ गांव चौक के अलावा सदर्न बाईपास रोड टर्न ब्लैक स्पाट है।
नाभा रोड भाखड़ा नहर तक डबल रोड पर जहां पर अवैध कट नहीं है लेकिन नाभा जाते समय नहर क्रास करते ही बाटलनेक बन जाती है। इस रोड रौणी गांव व रखड़ा गांव ब्लैक स्पाट है, वहीं नाभा से भवानीगढ़ जाते समय शहर के क्रासिंग प्वाइंट, माझी गांव व ढींगी गांव के पास ब्लैक स्पाट है। यहां पर तीन कर्व हैं लेकिन साइन बोर्ड एक ही कर्व पर बना है। राजपुरा रोड पर पुरानी चुंगी चौक ब्लैक स्पाट, वहीं अर्बन एस्टेट पर अवैध रोड कट बना हुआ है।
इसी तरह अर्बन एस्टेट सदर्न बाईपास रोड से संगरूर रोड जाने वाली 19 किलोमीटर के रोड पर करीब चौरा, डकाला, देवीगढ़ रोड, शेरमाजरा चौक पर अवैध रोड कट है। सरहिंद रोड पर माजरी अकाली एरिया के नजदीक और ओमेक्स सिटी के नजदीक अवैध रोड कट हैं, जो हादसों का कारण बनते हैं। समाना-पातड़ां रोड पर खतरनाक मोड़ समाना से पातड़ां जाते समय घग्गा से पहले दो बेहद खरतनाक रोड कर्व है। यहां पर रोड डिजाइन की कमी के चलते खतरनाक कर्व बना हुआ है, जो दिन के समय भी हादसे का कारण बनता है। रात को इन जगह पर किसी भी तरह के रिफ्लेक्टर ब्लिंकर के इंतजाम नहीं है और जो ब्लिंकर लगे हैं , वह काम नहीं करते हैं। ऐसे में रात को तेज रफ्तार वाहन इस जगह हादसे का शिकार होते हैं।
ये हैं बाटलनेक जगह
समाना शहर क्रास करते ही रोड बाटलनेक हो जाती है और इसी तरह भाखड़ा नहर नाभा रोड क्रास करते ही बाटलनेक है, जो हादसे का कारण बनता है। अंधेरे में डूबे रहते हैं हाईवे जिले के किसी भी हाईवे पर लाइट्स का इंतजाम नहीं है, शहर से बाहर निकलते ही रोड पर लाइट्स नहीं होती है। राजपुरा रोड पर टोल प्लाजा तक, नाभा रोड पर भाखड़ा नहर तक तो सरहिंद रोड पर गांव बारन की हद तक लाइट्स हैं। वहीं भादसों रोड पर टिवाणा चौक और संगरूर रोड पर पसियाणा पुल तक ही लाइट्स का इंतजाम है, जिसके बाद का सफर अंधेरे में होता है। समाज सेवी लाल सिंह बताते हैं कि हाईवे पर लाइट्स नहीं है और साइन बोर्ड व संकेत चिन्ह को झाड़ियों ने ढक रखा है। ऐसे में हाईवे पर जिंदगी हमेशा खतरे में ही रहती है।
एडवाइजरी कमेटी की रिपोर्ट पर एक्शन नहीं
पूर्व सरकार के कार्यकाल के दौरान एडवायजरी कमेटी की मेंबर सविंदर कौर बराड़ ने पटियाला जिले में हादसों का कारण व इन्हें रोकने के लिए उक्त कई प्वाइंट के तहत प्रोजेक्ट तैयार किया था। इस प्रोजेक्ट में हादसों का कारण व उक्त ब्लैक स्पाट और सड़क सुरक्षा इंतजामों करने की सिफारिश की गई थी लेकिन एक साल भी इस पर काम नहीं हो पाया है।
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