NIS ने कोचिंग कोर्स के प्रवेश मानदंडों में दी छूट, प्रतिष्ठित एथलीट्स की भागीदारी बढ़ाने का उद्देश्य
NIS पटियाला के स्पोट्र्स कोचिंग फ्लैगशिप डिप्लोमा कोर्स में 46 प्रतिष्ठित एथलीट्स की डायरेक्ट एडमिशन के नियमों में छूट दी गई है। ...और पढ़ें

जेएनएन, पटियाला। नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोट्र्स (NIS) के स्पोट्र्स कोचिंग फ्लैगशिप डिप्लोमा कोर्स (Sports Coaching Flagship Diploma Course) में 46 प्रतिष्ठित एथलीट्स की डायरेक्ट एडमिशन के नियमों में छूट दी गई है। नियमों में यह बदलाव करने का फैसला NIS में करवाए जा रहे कोर्सेज में प्रतिष्ठित एथलीट्स से बड़ी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। हालांकि सभी प्रतिष्ठित एथलीट्स के लिए एंट्रेस शैक्षिक योग्यता 12वीं ही है, लेकिन खेल उपलब्धियों के मानदंड में बदलाव लाया गया है, ताकि अधिक एशियन और कॉमनवेल्थ मेडलिस्ट विजेता और वरिष्ठ विश्व चैंपियनशिप के प्रतिभागियों को पाठ्यक्रम में दाखिले की अनुमति मिल सके।
प्रतिष्ठित एथलीटों के लिए मानदंडों में छूट को देखते हुए नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 जुलाई करने का भी निर्णय लिया है जोकि पहले 9 जुलाई थी। 46 प्रतिष्ठित एथलीट्स को 23 खेलों (प्रत्येक में 1 पुरुष, 1 महिला कोच) के लिए चुना जाएगा। डायरेक्ट एडमिशन के लिए चुने प्रतिष्ठित एथलीट्स को इतिहास में पहली बार एंट्रेंस परीक्षा के लिए उपस्थित नहीं होना पड़ेगा। हालांकि अन्य उम्मीदवारों का मेडिकल और फिजिकल टेस्ट भी होगा।
अन्य उम्मीदवारों के लिए जिनकी शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन डिग्री आवश्यक है, लेकिन मौजूदा हालातों को देखते हुए उन्हें भी थोड़ी छूट दी गई है। जिसके तहत फैसला लिया गया है कि ग्रेजुएशन डिग्री के फाइनल वर्ष के रिजल्ट की प्रतीक्षा कर रहे स्टूडेंट्स जिनके रिजल्ट अभी नहीं आए या जिनके एग्जाम अभी होने हैं वह भी इस डिप्लोमा कोर्सेज में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, लेकिन कोर्स के लिए उन्हें 30 सितंबर तक फाइनल ईयर पास का प्रमाण पत्र जमा करवाना होगा।
ऐसे समझें नियमों में बदलाव
- पहले
- डायरेक्ट एडमिशन कैटेगरी में आवेदक के लिए सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में पदक जीतना अनिवार्य था।
- एशियाई या कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक विजेता ही इस कैटेगरी में आवेदन कर सकते थे।
अब
- डायरेक्ट एडमिशन कैटेगरी में सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले भी आवेदन कर सकते हैं।
- एशियाई या कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण, रजत या कांस्य पदक विजेता ही इस कैटेगरी में आवेदन कर सकते हैं।
- ओलंपिक में भाग लेने वाले इलीट वर्ग के एथलीट कोर्स के लिए आवेदन करने के लिए स्वचालित रूप से योग्य हैं।
प्वाइंट सिस्टम से होगा चयन
एक ही कोर्स में आवेदन करने वाले दो प्रतिष्ठित एथलीटों के मामले में, अंतिम उम्मीदवार का चयन करने के लिए प्वाइंट सिस्टम प्रणाली बनाई गई है। जिसके तहत ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले, सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल विजेता या एशियन/ कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल विजेता को 20 प्वाइंट, एशियन/ कॉमनवेल्थ, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स, सीनियर एशियन/ कॉमनवेल्थ, यूथ ओलंपिक्स, जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप या वर्ल्ड मिल्ट्री व पुलिस गेम्स में रजत या कांस्य मेडल विजेता को 10 प्वाइंट और सारक व एसएएएफ खेलों में हिस्सा लेने और ऑल इंडिया इंटरवर्सिटी व जूनियर यूथ नेशनल या खेलो इंडिया में हिस्सा लेने वाले खिलाडिय़ों के लिए पांच प्वाइंट मिलेंंगे।
प्रतिष्ठित एथलीट्स की भागीदारी सुनिश्चित करने के मद्देनजर फैसला लिया : ईडी
सीनियर एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कर्नल राज सिंह बिश्नोई का कहना है कि NIS में करवाए जा रहे कोर्सेज में प्रतिष्ठित एथलीट्स से बड़ी भागीदारी को सुनिश्चित करने के मद्देनजर यह फैसला लिया है। कोचिंग पेशे में प्रतिष्ठित भारतीय एथलीटों को शामिल करना जरूरी है ताकि उनके एक्सपीरियंस से सीखते हुए देश में सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध प्रतिभा को आकर्षित किया जा सके।

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