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    नाभा जेल से बाहर आया गैंगस्टर से नेता बना गुरप्रीत सिंह सेखों, 2016 जेल ब्रेक कांड के मुख्य आरोपी को हाईकोर्ट ने दी रिहाई

    Updated: Sat, 13 Dec 2025 01:50 PM (IST)

    गैंगस्टर से नेता बने गुरप्रीत सिंह सेखों को नाभा जेल से रिहा कर दिया गया है। वह नाभा जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी है और नवंबर 2016 में फरार हो गया था ...और पढ़ें

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    गैंग्स्टर से नेता बने गुरप्रीत सिखों नाभा जेल से रिहा (फोटो: जागरण)

    यादविंदर गर्गस, नाभा। नाभा की नई जिला जेल से गुरप्रीत सिंह सेखों को रिहा किया गया। नाभा जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपित है गुरप्रीत सिंह सेखों। नवंबर 2016 में गुरप्रीत सेखों हो गया था फरार।

    12 फरवरी 2017 को मोगा से गिरफ्तार किया गया था सेखों को। सेखों के दो रिश्तेदार जिला परिषद चुनाव में हैं प्रत्याशी।

    चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को धमकाने का आरोप है गैंग्स्टर से नेता बने गुरप्रीत सेखों पर। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशों पर सेखों को रिहा किया गया।

    सेखों की माता ने फिरोजपुर के थाना कुलगढ़ी के प्रभारी पर सेखों को गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।

    सेखों के परिवार के दो सदस्य फिरोजशाह और बाजिदपुर जोन से जिला परिषद व ब्लाक समिति का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ रहे हैं ,जिन्हें अकाली दल का समर्थन प्राप्त है।

    पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरप्रीत सिंह सेखों ने कहा कि सच की जीत हुई है। मैं पूरी अकाली दल लीडरशिप, मेरे गांव के इलाके के लोगों और पूरे पंजाब का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया।

    जब पत्रकारों ने पूछा कि गिरफ्तारी क्यों हुई, सरकार क्यों डरी हुई है, तो उन्होंने जवाब दिया कि हमारे गांव के इलाके के विधायक रजनीश दहिया अपनी हार से निराश हैं। वह वहां चारों सीटें हार रहे थे।

    वह सरकार को गलत गाइड कर रहे हैं, जबकि मैं अपनी पुरानी जिंदगी छोड़कर लोकतंत्र में आकर कानून के हिसाब से चुनाव लड़ रहा हूं, जिससे वे डर गए, जिसके कारण उन्होंने मेरे खिलाफ धारा 7 व 51 का केस कर दिया।

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    जबकि धारा 7 व 51 की बेल पुलिस स्टेशन से मिल जाती है। लेकिन उन्होंने मुझे जेल में रखा। मैं ज्यूडिशियरी का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरे केस को समझा और मुझे रिहा किया।

    जब पत्रकारों ने पूछा कि सरकार कह रही है कि चुनाव फेयर हो रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि हमारे विधायक को पता है कि चुनाव कितने फेयर होते हैं। सरकार को भी सोचना चाहिए कि यह विधायक सरकार की इमेज पर एक बड़ा दाग है। हमारे इलाके के लोग विधायक को पसंद नहीं करते क्योंकि