Punjab News: नाभा में किसानों की पुलिस से हाथापाई, महिला DSP बोलीं- मेरा जूड़ा खींचा और वर्दी पर हाथ डाला
नाभा में ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी के मामले में किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। महिला डीएसपी ने किसानों पर वर्दी फाड़ने और बाल खींचने का आरोप लगाया जबकि किसानों ने पुलिस पर महिलाओं से मारपीट का आरोप लगाया। एसपी के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ और किसानों ने धरना समाप्त कर दिया। आप नेता पंकज पप्पू के खिलाफ दूसरा मामला दर्ज होगा।

जागरण संवाददाता, नाभा/पटियाला। शंभू व खनौरी बार्डर पर आंदोलनरत किसानों को इस वर्ष 19 मार्च को धरनास्थल से हटाए जाने के समय किसानों के ट्रैक्टर-ट्रालियां चोरी होने के मामले में सोमवार को नाभा में डीएसपी कार्यालय के सामने किसानों के धरने में पुलिस व किसानों के बीच हाथापाई हुई।
तनावपूर्ण स्थिति के बीच महिला डीएसपी मंदीप कौर ने किसानों पर उनकी वर्दी पर हाथ डालने व जूड़ा खींचने का आरोप लगाया। किसानों ने भी पुलिस पर धरने में बैठी महिलाओं से मारपीट करने का आरोप लगाया।
काफी देर तनाव के बाद नाभा पहुंचे एसपी जसवीर सिंह ने दोनों पक्षों में राजीनामा करवाया। दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कोई शिकायत नहीं देंगे। वहीं ट्राली के पुर्जों की रिकवरी के मामले में आम आदमी पार्टी के नेता पंकज पप्पू के खिलाफ दूसरा मामला भी दर्ज किया जाएगा।
पहले दर्ज मामला और नया मुकदमा, दोनों मामलों की जांच सीआइए स्टाफ पटियाला करेगी। इन सभी शर्तों पर सहमति के बाद किसानों ने देर शाम अपना धरना समाप्त कर दिया।
ताजा मामला उस समय शुरू हुआ जब शंभू बार्डर से गायब किसानों की ट्रालियां नाभा से बरामद की गईं। इस मामले में किसान नेता पुलिस से मांग कर रहे थे कि ट्राली चोरी के मामले में पंकज पप्पू के खिलाफ केस दर्ज हो गया है लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है, उसे गिरफ्तार किया जाए।
नाभा से चोरी की ट्राली रिकवर करने के मामले में पुलिस ने पंकज पप्पू पर 26 अगस्त को मामला दर्ज किया था क्योंकि ट्रैक्टर-ट्राली का सामान उनकी वर्कशाप से बरामद हुआ था।
इस मामले में पप्पू को जमानत मिलने के बाद किसानों ने शंभू से गायब हुई एक और ट्राली गांव सहौली के पास से बरामद की थी। उसके बाद किसानों ने पंकज पप्पू को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सोमवार को नाभा डीएसपी कार्यालय के सामने बड़ा धरना शुरू कर दिया।
दोपहर बारह बजे जैसे ही डीएसपी मनदीप कौर की कार कार्यालय भवन से निकलीं, किसानों ने उन्हें घेर लिया और कुछ किसान कार के आगे लेट गए। किसानों को धक्का देकर हटाने की कोशिश में अफरा-तफरी मच गई और स्थिति गंभीर हो गई।
डीएसपी मंदीप कौर ने कहा कि किसानों ने उनके अलावा अन्य पुलिस कर्मियों से भी हाथापाई की। कार्रवाई के सवाल पर डीएसपी ने कहा कि उन्होंने सब कुछ अपनी आंखों से देखा है और वह खुद बयान देकर मामला दर्ज करवाएंगी। उन्होंने किसानों से बैठकर बात करने और अपनी शिकायत लिखित में देने को कहा है जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन में शामिल किसान नेता गमदूर सिंह ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल किसानों को बुरी तरह पीटा और धरने में महिलाओं से दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि पुलिस अपनी ओर से की गई प्रताड़ना छिपाने के लिए किसानों पर झूठे आरोप लगा रही है। किसान नेता ने कहा कि ट्राली चोरी के मामले में कई दिनों से गिरफ्तारी करने की मांग की जा रही है, लेकिन पुलिस आप नेता को बचाने के हथकंडे अपना रही है।
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