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नाभा के आम आदमी क्लीनिक को दस दिन बाद मिल ही गया स्थायी डाक्टर

राज्य सरकार द्वारा 15 अगस्त को शुरू किए आम आदमी क्लीनिक प्रोजेक्ट के तहत नाभा को काफी मशक्कत करने के बाद आखिर स्थायी डाक्टर मिल ही गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Aug 2022 08:23 AM (IST)Updated: Fri, 26 Aug 2022 08:23 AM (IST)
नाभा के आम आदमी क्लीनिक को दस 
दिन बाद मिल ही गया स्थायी डाक्टर
नाभा के आम आदमी क्लीनिक को दस दिन बाद मिल ही गया स्थायी डाक्टर

जागरण संवाददाता, नाभा (पटियाला) : राज्य सरकार द्वारा 15 अगस्त को शुरू किए आम आदमी क्लीनिक प्रोजेक्ट के तहत नाभा को काफी मशक्कत करने के बाद आखिर स्थायी डाक्टर मिल ही गया। दो डाक्टरों द्वारा ऐन मौके पर मना करने के बाद दस दिन से अस्थायी डाक्टर इस क्लीनिक को संभाल रहे थे। एक डाक्टर तो अप्लाई करने के बाद विभाग के पास पहुंचा ही नहीं और दूसरा डाक्टर विभाग के सीनियर डाक्टरों और अधिकारियों से मिलने के बाद हामी भर लौट गया। सेहत विभाग भी उक्त डाक्टर के भरोसे रह गया लेकिन 15 अगस्त को उद्घाटन के ऐन मौके पर इस डाक्टर से भी जवाब मिल गया था। इन्कार करने वाले दोनों डाक्टरों ने विभाग को कारण तो नहीं बताया लेकिन चर्चा है कि डाक्टरों को सरकार द्वारा भुगतान किए जाने वाले रकम का तरीका ठीक नहीं लगा। बुधवार को डा. पुनीत कौर भट्टी को स्थायी नियुक्त मिलने के बाद वीरवार को उन्होंने चालीस के करीब मरीजों का चेकअप किया।

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जिले में भाषा विभाग पटियाला, गांव झिल सरहिद रोड पटियाला के अलावा नाभा के गांव दुल्लदी में आम आदमी क्लीनिक खोलने का प्रोजेक्ट पास हुआ था। ऐसे में सेहत विभाग द्वारा भाषा विभाग व झिल स्थित क्लीनिक के लिए डाक्टरों को तैनात कर दिया था। वहीं दुल्लदी नाभा क्लीनिक के लिए दो डाक्टरों ने आवेदन किया था, जिसमें एक डाक्टर ने नियम व भुगतान प्रक्रिया पूछने के बाद विभाग से बात करना बंद कर दिया। वहीं, दूसरे डाक्टर ने सेहत विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की लेकिन ज्वाइनिग लेटर ही नहीं लिया। ऐसे में 15 अगस्त का समय नजदीक आने पर विभाग के पास क्लीनिक के लिए डाक्टर नहीं था, अलग-अलग अस्पतालों से अस्थायी रूप से रोजाना डाक्टर बदलकर ड्यूटी पर लगाने लगे। बुधवार को क्लीनिक के लिए डा. पुनीत कौर भट्टी को नियुक्त कर दिया गया, जिन्होंने वीरवार को पहले दिन डयूटी दी। ऐसे काम होगा आम आदमी क्लीनिक में

आम आदमी क्लीनिक में काम करने वाले डाक्टर को पहले पचास रुपये प्रति मरीज के हिसाब से भुगतान होगा और पचास मरीजों के लिए भुगतान पक्के तौर पर होगा। 50 से ज्यादा मरीज होने पर प्रति मरीज एक्सट्रा भुगतान होगा। गर्मियों में क्लीनिक का समय सुबह आठ से दोपहर दो बजे और सर्दियों में 9 बजे से लेकर दो बजे तक होगा। क्लीनिक में डाक्टर सहित चार सदस्यीय स्टाफ काम करेगा और यहां पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रकचर मुहैया करवाया जाएगा ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। सेहत विभाग द्वारा मुझे बुधवार को ज्वाइनिग पत्र दिया गया था। विभाग का पत्र मिलने के बाद ही मैंने वीरवार से यहां ज्वाइन किया है। पिछले समय में डाक्टरों ने क्यों ज्वाइन नहीं किया, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।

डा. पुनित कौर भट्टंी क्लीनिक में डाक्टर तैनात कर दिया गया है। इससे पहले क्लीनिक में तैनात डाक्टरों ने ज्वाइनिग पत्र लेकर ज्वाइन नहीं किया। कारण भी नहीं बताया। इसके बाद अब एमबीबीएस डा. पुनित कौर भट्टी को तैनात किया गया है।

प्रदीप अरोड़ा, एसएमओ, सिविल अस्पताल नाभा।


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