बंद के दौरान खुले ठेके, भिखारिन ने शराब के नशे में किया हंगामा, बच्चों को पीटा
जिला बाल सुरक्षा आफिसर उषा कुमारी ने बताया कि वह युवती एक भिखारिन है जिसके दो बच्चे हैं। इनमें एक बच्चा आठ माह और दूसरा तीन वर्ष का था वो दीनानगर से पठानकोट सरना में आकर भीख मांग रही थी। स्थानीय दुकानदारों ने कुछ पैसे बच्चों को खाने पीने के लिए दिए थे जिसकी उस भिखारिन ने शराब पी ली और सुध खो बैठी।
संवाद सहयोगी, सरना: कस्बा सरना में शराब के ठेके खुले दिखाई दिए, जिसमें ठेके के आधे शटर खोलकर शराब की बिक्री की जा रही थी। इसी के चलते सोमवार को एक भिखारिन युवती उसी ठेके के बाहर शराब पीकर हुड़दंग मचाते हुए नजर आई। शराब के नशे में धुत होकर वह अपने छोटे-छोटे बच्चों को पीट रही थी, जिसे देखकर स्थानीय दुकानदारों एवं लोगों ने चाइल्डलाइन नंबर 1098 एवं जिला बाल सुरक्षा आफिसर पठानकोट को इसकी सूचना दी। जिला बाल सुरक्षा ऑफिसर उषा कुमारी अपनी टीम एवं चाइल्डलाइन सहित मौके पर पहुंची और शराब में धुत औरत को चाइल्डलाइन केयर सेंटर के हवाले किया।
जिला बाल सुरक्षा आफिसर उषा कुमारी ने बताया कि वह युवती एक भिखारिन है, जिसके दो बच्चे हैं। इनमें एक बच्चा आठ माह और दूसरा तीन वर्ष का था वो दीनानगर से पठानकोट सरना में आकर भीख मांग रही थी। स्थानीय दुकानदारों ने कुछ पैसे बच्चों को खाने पीने के लिए दिए थे, जिसकी उस भिखारिन ने शराब पी ली और सुध खो बैठी। उन्होंने बताया कि युवती का नशा कम होते ही वह अपने बच्चों को ढूंढने लगी। जिस पर उन्होंने उसे चाइल्डलाइन केयर सेंटर भेजकर उसके बच्चे वापस दिलाए और उसे दीनानगर को जाने वाली बस पर बिठा दिया।