रोमानिया में मृत पठानकोट के युवक का पार्थिव शरीर जल्द आएगा भारत, मंत्री संजीव अरोड़ा की पहल से परिवार को मिली बड़ी राहत
पंजाब सरकार ने रोमानिया में मृत पठानकोट के कुलदीप कुमार के पार्थिव शरीर को भारत लाने में मदद की। मंत्री संजीव अरोड़ा के प्रयासों से विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास ने सक्रिय भूमिका निभाई। परिवार ने सरकार से गुहार लगाई थी, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई हुई। दूतावास ने शव को वापस लाने के लिए एजेंसी नियुक्त की। इस प्रयास से शोक संतप्त परिवार को बड़ी राहत मिली है।

रोमानिया में मृत पठानकोट के युवक का पार्थिव शरीर जल्द आएगा भारत (फोटो: जागरण)
आर मेहरा, सुजानपुर। पंजाब सरकार ने विदेश में मुश्किल में फंसे एक और पंजाबी परिवार को तत्काल सहायता पहुँचाई है। एनआरआई मामलों के मंत्री संजीव अरोड़ा के हस्तक्षेप और सक्रिय प्रयासों के बाद, रोमानिया में मृत पठानकोट जिले के एक युवक के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने की प्रक्रिया तेज़ हो गई है, जिससे पीड़ित परिवार को बड़ी मदद मिली है।
पठानकोट जिले के सुजानपुर निवासी 32 वर्षीय कुलदीप कुमार मोहल्लानिवासी कबीर नगर सुजानपुर की इस महीने की शुरुआत में रोमानिया के तिमिसोआरा शहर में मृत्यु हो गई थी। वह वहाँ एस.सी. स्टारटो एस.आर.एल. (S.C. Stareto S.R.L.) में कार्यरत थे। कुलदीप की मृत्यु की सूचना 3 अक्टूबर को उनके एक सहकर्मी शमशेर सिंह ने परिवार को दी, जो रोमानिया में ही काम करते हैं।
कुलदीप के भाई हीरा सिंह ने अधिकारियों को पत्र लिखकर अपने भाई के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए भारत वापस लाने में सरकार से मदद मांगी थी।परिवार की अपील के बाद, पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले के मंत्री लाल चंद कटारूचक ने यह अनुरोध एनआरआई मामलों के मंत्री संजीव अरोड़ा को भेजा। मंत्री अरोड़ा ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल विदेश मंत्रालय (एमईए) और बुखारेस्ट स्थित भारतीय दूतावास को पत्र लिखा और पार्थिव शरीर को वापस लाने की प्रक्रिया में सहायता का आग्रह किया।
अपने आधिकारिक पत्र में, मंत्री अरोड़ा ने ज़ोर देकर कहा, "परिवार गहरे दुःख में है और अंतिम संस्कार करने के लिए उनके पार्थिव शरीर को तत्काल भारत वापस लाना चाहता है।" मंत्री ने भारतीय मिशन से यह भी अनुरोध किया कि वे “भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और नई दिल्ली स्थित रोमानिया के उच्चायोग के साथ समन्वय करें ताकि संकट की इस घड़ी में शोकाकुल परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जा सके।”
मंत्री की अपील के बाद, बुखारेस्ट स्थित भारतीय दूतावास ने पुष्टि की कि वे “परिवार के सदस्यों और रोमानियाई अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं” और पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भेजने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं। दूतावास के द्वितीय सचिव (कांसुलर) सतीश कुमार ने बताया कि औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
समन्वय की प्रक्रिया का परिणाम जल्द ही सामने आया। 22 अक्टूबर को, विदेश मंत्री कार्यालय के अवर सचिव विभूति पांडे ने मंत्री अरोड़ा को सूचित किया कि भारतीय दूतावास ने पार्थिव शरीर की वापसी की प्रक्रिया संभालने के लिए एक एजेंसी नियुक्त कर दी है। इसके कुछ ही देर बाद, एजेंसी से एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें पुष्टि की गई कि उन्होंने पार्थिव शरीर को अपनी हिरासत में ले लिया है और तिमिसोआरा से सभी आवश्यक दस्तावेज़ प्राप्त कर लिए हैं।
पंजाब के एनआरआई मामलों के विभाग, विदेश मंत्रालय और रोमानिया स्थित भारतीय दूतावास के बीच इस समन्वित प्रयास से अंततः शोक संतप्त परिवार को राहत मिली, जो अपने प्रियजन के अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर की वापसी का इंतजार कर रहा था।
यह मामला मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार के सक्रिय प्रयासों को दर्शाता है, जो विदेशों में रहने वाले पंजाबियों के परिवारों को संकट के समय समय पर सहायता सुनिश्चित कर रहे हैं। फोटो स्वर्गीय कुलदीप कुमार
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