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    Punjab Flood: रावी नदी में बाढ़ से पठानकोट में भीषण तबाही, केंद्रीय टीम ने प्रभावित इलाकों का किया दौरा

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 09:44 PM (IST)

    केंद्र सरकार की टीम ने माधोपुर और लखनपुर के पास रावी नदी में आई बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। टीम ने बाढ़ प्रभावित इमारतों का जायजा लिया। पता चला कि इमारतों के निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया गया था। टीम एक रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को सौंपेगी जिसमें भविष्य में निर्माण पर रोक लगाने की सिफारिश की जा सकती है।

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    Punjab Flood: रावी नदी में बाढ़ से पठानकोट में भीषण तबाही। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, माधोपुर (पठानकोट)। केंद्र सरकार की टीम ने माधोपुर व लखनपुर के पास रावी दरिया में आई बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। टीम ने माधोपुर हैड वर्क्स के इलाबा रावी के उस पार लखनपुर सीआरपीएफ की इमारत, पशुपालन विभाग और पर्यटन विभाग की इमारत डीडीसी कार्यालय का जायजा लिया, जो बाढ़ की चपेट में आ चुकी हैं।

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    विभाग सूत्रों के अनुसार इस दौरान एक अहम खुलासा हुआ है कि रावी के उस पार लखनपुर में इन इमारतों को लेकर पंजाब और जम्मू-कश्मीर सिंचाई विभागों के बीच खीचातानी सामने आने का समाचार है। विभाग ने फ्लड कंट्रोल टीम को जानकारी दी कि लखनपुर रावी के किनारे इन इमारतों के निर्माण के लिए संबंधित एजेंसियों ने विभाग से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं लिया हुआ है और अपनी मनमर्जी से यहां पर इमारत का निर्माण किया गया है।

    विवाद का केंद्र यह है कि इन इमारतों का निर्माण दरिया के समीप उस क्षेत्र में हुआ है, जिसे संभावित बाढ़ क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया था। ऐसे में बिना उचित अनुमति के निर्माण कार्यों को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। केंद्र से आई टीम द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा।

    रिपोर्ट में यह भी उल्लेख हो सकता है कि किस एजेंसी ने निर्माण की अनुमति ली थी या नहीं और भविष्य में ऐसे संवेदनशील रावी के साथ इलाकों में निर्माण पर रोक लगाने की सिफारिश भी की जा सकती है।वही अब स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभागों के बीच जल्द बैठक की संभावना है ताकि इस गतिरोध को सुलझाया जा सके और रावी किनारे को बचाया जा सके।

    रावी दरिया में छोड़े जा रहे हजारों क्यूसिक पानी से रावी के दूसरे किनारे पर स्थित इमारतें अभी भी सुरक्षित नहीं है रावी के बहाव से रावी पुल का हिसा बह चुका है पानी से सरकारी इमारतों जो रावी के दूसरे किनारे पे है उनको बी कटाब अभी बी लग रहा है इरीगेशन बिबाग़ युद्धस्तर पर किनारे पर क्रेट डाल रहा है।

    पुल के नीचे दूसरे पुल को बी पानी का तेज बहाव इसकी नींव को कमजोर कर सकता है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। और जम्मू कश्मीर का पजाब से संपर्क बिल्कुल टूट सकता है।अधिकारियों ने बताया लखनपुर रावी के दूसरे किनारे पानी का बहाव बेहद तेज था।

    उन्होंने कहा कि विभाग ने पत्थरों से बांध बनाने की कोशिश कर रहा है ।वही आज माधोपुर में सेंटर की टीम ने दौरा किया और सारी जानकारी ली है । डीसी पठानकोट ने बताया आयी टीम नुक़सान की असेसमेंट कर रही है और रिपोर्ट तैयार कर आगे सौंपेगी। माधोपुर

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