Punjab Weather: पंजाब में मानसून की सक्रियता ने बढ़ाई चिंता, भारी बारिश से उफान पर नदियां; पठानकोट में बहा पुल
पठानकोट में भारी बारिश के कारण रावी उज्ज और जलालिया दरिया उफान पर हैं। पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे पर चक्की दरिया पर बना पुराना पुल बह गया है जिससे यातायात बाधित हो गया है। रणजीत सागर डैम के फ्लड गेट खोले गए हैं। भूस्खलन और जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट। हिमाचल व जम्मू में शनिवार रात से हो रही वर्षा का असर राज्य के मैदानी इलाकों में स्पष्ट रूप से पड़ रहा है। राज्य के सभी दरिया का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। हिमाचल में हो रही वर्षा के कारण पठानकोट में रावी, उज्ज और जलालिया दरिया उफान पर हैं।
पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे पर स्थित चक्की दरिया पर बना पुराना पुल दरिया के बहाव में बह गया है। यही नहीं, नए पुल को खतरे में देखते हुए देर शाम प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से पुल पर आवाजाही बंद कर दी है। इससे पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे पर यातायात बंद हो गया है।
केवल रेलमार्ग ही आने-जाने का एकमात्र रास्ता बचा है। ट्रैफिक को वाया नरोट जैमल सिंह डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं रणजीत सागर डैम के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं। होशियारपुर के पौंग बांध और रूपनगर के नंगल डैम से पानी छोड़ने का क्राम रविवार को भी जारी रहा।
बता दें कि पठानकोट से हिमाचल को जाने वाले रास्ते में भी भूस्खलन होने से आवाजाही पहले से ही प्रभावित है। इस कारण सतलुज और ब्यास दरिया में लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
जलभराव और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। कटड़ा में माता वैष्णो देवी बैटरी कार मार्ग करीब दस घंटे बंद रहा। कुपवाड़ा में एक इमारत गिरने से 30 लोग घायल हो गए हैं। मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन की चेतावनी जारी की है।
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