अंतरिम बजट से महिलाओं को उम्मीदें
एक फरवरी को केंद्र सरकार वर्ष 2019-20 का अंतरिम बजट पेश करेगी। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पठानकोट
एक फरवरी को केंद्र सरकार वर्ष 2019-20 का अंतरिम बजट पेश करेगी। देश के अंतरिम बजट को लेकर यहां सभी वर्ग खासा उत्साहित है, वहीं गृहणियों को भी इस बजट से खासा उम्मीदें हैं। हालांकि, पिछले चार वर्ष के दौरान खाद्य पदार्थों के दाम में उतनी वृद्धि नहीं हुई है लेकिन, बावजूद उसके मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए दिन व आर्थिक तौर पर परेशानियां जरूर बढ़ी है। महिलाओं का कहना है कि इस बार केंद्र सरकार रसोई के बजट पर जरुर ध्यान दे और रसोई का बजट न बिगड़े इस पर ज्यादा ध्यान दें। अंतरिम बजट किस प्रकार हो को लेकर दैनिक जागरण की और से शहर की गृहिणियों से बात की जिन्होंने अपने विचार इस कदर पेश किए।
खाद्य पदार्थों के दाम न बढ़ाए जाएं : आशा
गृहिणी आशा रानी का कहना है कि रसोई के बढ़ते बजट से महिलाओं का अच्छा-खासा बजट खराब हो जाता है। हालांकि, चार वर्षों में रेट उतने नहीं बढ़े हैं परंतु बावजूद इसके बीच-बीच में अनाज के रेटों में बढ़ोतरी करके सरकार ने गृहिणियों को जोर का झटका दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री से मांग करते हैं कि खाद्य पदार्थों के रेट कम कर महिलाओं को नव वर्ष का तोहफा दिया जाए।
बजट से बड़ी उम्मीदें : किरण शर्मा
गृहिणी किरण शर्मा का कहना है कि केंद्र की एनडीए सरकार अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करने जा रही है। समूह देशवासियों को बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। केंद्र सरकार ने जिस तरह बाकी वर्गों के लिए कुछ न कुछ खास किया है उसी प्रकार रसोई के बजट को भी वह नियंत्रण करेगी। अगर सरकार ने रसोई का बजट बिगाड़ा तो उसे भी परेशानी होगी लिहाजा, इस बार समूह देशवासियों को बजट से बड़ी उम्मीदे हैं।
दैनिक वस्तुओं के रेट न बढ़ाए जाएं : कमल
गृहिणी कमल का कहना है कि बजट में दैनिक वस्तुओं के रेट में बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए, खास तौर पर खाद्य पदार्थों के रेट तो बिलकुल भी नहीं बढ़ने चाहिए। उन्होने कहा कि लग्जरी व सिग्रेट-शराब के रेट में भले सरकार बढ़ोतरी कर ले। क्योंकि, वह लोगों की जरुरत नहीं है परंतु अनाज पदार्थों के रेट किसी भी कीमत पर नहीं बढ़ाने चाहिए। बजट से लोगों को बड़ी उम्मीदें हैं कि केंद्र सरकार महंगाई पर जरुर लगाम लगाएगी।
महिलाओं को खास तोहफा दे केंद्र सरकार : सिमरण
गृहिणी सिमरण का कहना है कि दैनिक वस्तुओं के साथ-साथ महिलाओं के साजो समान पर भी ब्रेक लगनी चाहिए। रसोई के बजट में लगातार हो रहे इजाफे ने महिलाओं का सारा बजट हिला कर रख दिया है। आए दिन रसोई के दाम में बढ़ोतरी हो रही है जो आम जनता के लिए परेशानी का कारण बनती है। अंतरिम बजट से लोगों को बड़ी उम्मीदें है कि वह महंगाई पर जरुर नकेल कसेगी।
परीक्षा की घड़ी है अंतरिम बजट : गीता वर्मा
गृहिणी गीता वर्मा का कहना है कि रसोई के दाम बढ़े तो समझो पूरा देश हिला। अगर रसोई के दाम को सरकार कंट्रोल कर लेगी तो उसे काफी राहत मिल सकती है। पिछले दो वर्षों में रसोई का बजट उपर नीचे होने की वजह से लोगों में भारी रोष है। अगर इस बार भी बजट में रसोई पर कंट्रोल न हुआ तो सरकार को इसके लिए लेने के देने पड़ सकते हैं। यानि की 1 फरवरी का बजट सरकार के लिए परीक्षा की घड़ी है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।