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    पठानकोट: रणजीत सागर बांध परियोजना की रिहायशी कॉलोनी बनी आवारा पशुओं का अड्डा, सांडों की लड़ाई में कई घर क्षतिग्रस्त

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 12:33 PM (IST)

    शाहपुरकंडी टाउनशिप में आवारा पशुओं के झुंड से लोग परेशान हैं। सांडों की लड़ाई में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। कर्मचारी नेता गुरनाम सिंह सैनी ने इसे गंभीर समस्या बताया है। भाजपा नेता विपिन महाजन ने पशुओं को छोड़ने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। गौ रक्षा दल ने गौशाला बनाने का सुझाव दिया है ताकि पशुओं को सुरक्षित रखा जा सके और लोगों को राहत मिले।

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    शाहपुरकंडी टाउनशिप में आवारा पशुओं के झुंड से लोग परेशान हैं (फाइल फोटो)

    संवाद सूत्र, शाहपुरकंडी। रणजीत सागर बांध परियोजना की रिहायशी कॉलोनी शाहपुरकंडी टाउनशिप आजकल आवारा पशुओं का अड्डा बनती जा रही है। कॉलोनी में जगह-जगह पर पशुओं के झुंडों के झुंड इधर-उधर घूमते दिखाई पड़ते हैं।

    जिसके चलते लोगों का जीना दुर्भर हो गया है। मगर प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। कॉलोनी निवासियों ने बताया कि पिछले दिनों कॉलोनी के टी-3 ब्लॉक में दो सांडों की आपसी लड़ाई के कारण सांडों ने दो-तीन घरों के गेट तोड़ डालें तथा गेट के अंदर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचा गया।

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    इसके अलावा बांध परियोजना के प्रोजेक्ट फोटोग्राफर प्रदीप बागा को भी सांड अपना निशाना बना चुके हैं जिसके चलते उन्हें लगभग 2 महीने तक पठानकोट के एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करवाने के लिए एडमिट होना पड़ा था।

    इस संबंध में कर्मचारी नेता गुरनाम सिंह सैनी ने बताया कि यह बेसहारा पशु काल बनकर कॉलोनी एवं आसपास के इलाके में घूमते हैं। अब तक यह पशु कई लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।

    भाजपा नेता विपिन महाजन का कहना है कि यह बे सहारा पशु अपने पेट की भूख मिटाने के लिए इधर-उधर घूमते फिरते हैं। इसके लिए सबसे बड़े दोषी वो लोग हैं जो अपना काम पूरा होने के उपरांत इन्हें भूखा मरने के लिए घरों से बाहर खुले में छोड़ देते हैं।

    उन्होंने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। कर्मचारी नेता अशोक शर्मा का कहना है कि यह बेसहारा पशु जहां लोगों के लिए काल बनकर घूमते रहते हैं वहीं पर वे अपने लिए भी कई बार काल साबित होते हैं।

    उन्होंने बताया कि बांध परियोजना के प्रोजेक्ट रोड पर कई बार तेज रफ्तार गाड़ियों के कारण इन बेसहारा पशुओं की मौत हो चुकी है तथा बाहर खुले में रहने के कारण कई पशु ठंड के कारण भी मौत के मुंह में चले जाते हैं।

    गौ रक्षा दल के अध्यक्ष अनुज शर्मा ने बांध प्रशासन से मांग की है कि परियोजना पर पड़ी खाली जमीन पर गौशाला का निर्माण करवाया जाए ताकि इन बेसहारा पशुओं को वहां पर रखा जा सके।

    जिसके लिए वह प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि इसके चलते जहां इन बेसहारा पशुओं की सुरक्षा भी हो सकेगी तथा लोगों को भी इसे राहत मिल सकेगी।