नैरोगेज सेक्शन से रद चल रही तीन पैसेंजर ट्रेनों में से एक इसी सप्ताह शुरू होगी
पठानकोट रेलवे के आन डयूटी अधिकारी ने बताया कि शाम 530 बजे चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को चलाने की प्रपोजल मंडल को भेजी गई है। उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में इसे चलाने के लिए हरी झंडी मिल जाएगी लेकिन रात्रिकालीन सेवा बंद होने के कारण इसके समय में परिवर्तन होगा।

जागरण संवाददाता, पठानकोट: पठानकोट-जोगिद्रनगर नैरोगेज सेक्शन बहाल होने के बाद विभाग ने पिछले सप्ताह चार ट्रेनें शुरू कर दी थीं, जबकि शेष रहती तीन में से एक ट्रेन को इसी सप्ताह चलाने का आदेश कभी भी जारी हो सकता है। बाकी दो को भी इसी महीने के अंत तक चलाने की पूरी योजना है। रेल सेक्शन पूरी तरह से बहाल होने के बाद आम यात्रियों के साथ-साथ शहर के कारोबारियों को भी भारी राहत मिलेगी।
बता दें कि बीती एक नवंबर को मंडल द्वारा जारी आदेश अनुसार कोरोना काल के चलते करीब डेढ़ साल से बंद चल रही सुपर एक्स्प्रेस अपने पुराने समय सुबह 8:45 बजे ट्रैक पर दौड़ना शुरू हो गई है। इसके अलावा पहले से सुबह 6:05, 10:10 और दोपहर 12:50 बजे चलने वाली पैसेंजर ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय पर जोगिद्रनगर सेक्शन पर चल रही हैं। यह ट्रेनें अभी भी चल रहीं रद
पठानकोट से रात्रि 2:15 बजे चलने वाली पैसेंजर रेलगाड़ी करीब छह महीनों से बंद पड़ी है। इसके अलावा दोपहर 3:50 और शाम 5:30 बजे चलने वाली पैसेंजर रेलगाड़ी भी करीब छह महीनों से बंद पड़ी है। इन ट्रेनों के चलने के बाद पठानकोट से पालमपुर व ज्वालामुखी रोड तक जाने वाले यात्रियों की किराए में काफी बचत होगी।
दैनिक यात्रिय को मिली राहत
पठानकोट से कांगड़ा तक सफर करने वाले यात्री प्रदीप चौधरी, रिकू भंगोत्रा, जीत राम आदि ने बताया कि उक्त बंद चल रही सभी ट्रेनें दैनिक यात्रियों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है। पठानकोट में काम करने तथा पठानकोट से नूरपुर, तलाड़ा व ज्वालामुखी एरिया में काम करने सुबह इन ट्रेनें से जाते हैं और शाम को अपना काम करके वापस आते हैं।ऐसे में उक्त ट्रेनों को जल्द से जल्द चलाकर यात्रियों को राहत पहुंचाई जाए। व्यापारी बोले- कारोबार में होगी बढ़ोतरी
व्यापार मंडल पठानकोट के प्रधान अमित नैय्यर, जिला व्यापार मंडल के प्रधान इंद्रजीत गुप्ता व पठानकोट व्यापार मंडल के प्रधान एसएस बावा सहित शहर के कारोबारियों का कहना है कि उनका 40 फीसद कारोबार हिमाचल प्रदेश पर निर्भर है। रेल और बस के किराए में पांच गुणा का अंतर होने के कारण ज्यादातर लोग ट्रेन के जरिये ही खरीदारी करने आते हैं। पहले ट्रेनें बंद होने व बाद में शार्ट रूट कर चलाए जाने के कारण यहां यात्रियों को बसों में पांच गुणा अधिक किराया खर्च करना पड़ रहा था। वहीं कारोबारियों को इससे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा। अब धीरे-धीरे ट्रेनें पटरी पर दौड़ना शुरू हो गई हैं। इससे आम यात्रियों के साथ-साथ कारोबारियों को भी काफी राहत मिली है।
नए समय पर चलेगी 5:30 पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेन
पठानकोट रेलवे के आन डयूटी अधिकारी ने बताया कि शाम 5:30 बजे चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को चलाने की प्रपोजल मंडल को भेजी गई है। उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में इसे चलाने के लिए हरी झंडी मिल जाएगी, लेकिन रात्रिकालीन सेवा बंद होने के कारण इसके समय में परिवर्तन होगा। मंडल द्वारा उक्त ट्रेन को नए समय पर चलाने का जो भी आदेश जारी होगा।

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