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    Punjab Flood: समय पर खुलते रावी नदी पर लगे गेट तो नहीं होती तबाही, सिंचाई विभाग के तीन बड़े अधिकारी सस्पेंड

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 11:04 PM (IST)

    दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद पंजाब सरकार ने माधोपुर सिंचाई विभाग के तीन बड़े अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। ये कार्रवाई हैंड वर्क्स के गेट समय पर न खुलने के कारण हुई जिससे सुजानपुर के कई गांवों में बाढ़ आ गई थी। सरकार ने लापरवाही की जांच शुरू कर दी है और प्रभावित लोगों को मुआवजे का आश्वासन दिया है।

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    सिंचाई विभाग के तीन बड़े अधिकारी सस्पेंड। फाइल फोटो

    जागरण टीम, सुजानपुर/माधोपुर। दैनिक जागरण द्वारा 8 सितंबर को समाचार प्रकाशित होने के बाद पंजाब सरकार द्वारा अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। जिसमें पंजाब सरकार प्रमुख सचिव सिंचाई विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए हैंड वर्कस माधोपुर स्थित तीन बड़े अधिकारियों को सस्पेंड किया गया।

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    सस्पेंड किये गए अधिकारियों में कार्यकारी अभियंता नितिन सूद गुरदासपुर डिविजन, सिंचाई विभाग माधोपुर के एसडीओ अरुण कुमार, सचिन ठाकुर मैकेनिकल जूनियर इंजीनियर है। मामले की जांच के बाद और अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।

    उल्लेखनीय है अगर समय पर सिंचाई विभाग माधोपुर हैंड वर्कस गेट खुल जाते तो सुजानपुर के आसपास गांवो का जो नुकसान हुआ है उसका बचाव हो सकता था। इसके लिए सिंचाई विभाग अधिकारी जिम्मेदार है।

    जानकारी के अनुसार माधोपुर हैंड वर्कस गेट आखिरकार क्यों नहीं खुले जिसकी जांच अभी पेंडिग है । क्या गेटो को रिपेयर, ग्रीस वगैरा नहीं दी गई थी या ग्रीस तथा रिपेयर आखिरी बार कब की गई थी, ये सभी बातें अभी जांच का विषय है। इन पर पंजाब सरकार द्वारा कितना फंड खर्च किया गया ये बात भी अभी जांच के घेरे में है।

    हादसे के बाद उठाया गया था मामला

    भगत महासभा वेलफेयर गांव बेहड़ी अध्यक्ष जनक राज ने 7 सितंबर को दैनिक जागरण के पास मामला उठाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि रंजीत सागर डैम में पानी ज्यादा आने के कारण सारे गेट खोल दिए गए जबकि माधोपुर हैंड वर्कस के मात्र चार गेट खोले गए थे जिसके कारण सुजानपुर में अपरबारी दबाव नहर पानी भरने से ओवरफ्लो हो गई जिसके कारण कैलाशपुर व आसपास में पानी आ गया।

    जहां तक की नेशनल हाईवे रोड पर भी पानी भर गया । उसी रात 26 अगस्त रावी नदी का पानी ओवरफ्लो होकर यूबीडीसी नहर में आ गया है जोकि हाइडल नहर में आकर ओवरफ्लो हो गया। ऐसे में सभी हाईडल बंद पड़े थे जिस कारण नहर ओवरफ्लो होकर युबीडीसी हाईडल गांव नवां पिंड जैकटर, बेहडी में 26 अगस्त शाम लगभग बजे 7: 15 बजे टूटने के कारण गांव बहेड़ी, अतेपुर,भूलचक पानी भर गया जिसके कारण गांव बहेड़ी में काफी नुकसान हुआ है।

    उन्होंने कहा कि काफी लोग पलायन करके घरों से सुरक्षा स्थानों पर चल गए जबकि लोगों को समान निकालने का समय नहीं मिला जिसके कारण लोगों के घरों का कीमती सामान खराब हो गया । घरों को काफी नुकसान हो गया। उन्होंने कहा कि जब रात को पानी और भर गया तो रात लगभग 3:00 बजे सिलट जेकटर कुलिया माधोपुर से प्रशासन तथा सिंचाई विभाग द्वारा नहर को जेसीबी लगाकर तोड़ा गया।

    तब गांवो में पानी कम हुआ जबकि सुबह 10.15 लगभग छोटा हैंड माधोपुर चार गेट खोलें गए तब सुजानपुर अप्पर बारी दुआव नहर का पानी कम हुआ। उसके बाद सुजानपुर के लोगों को राहत मिली। माधोपुर मेनहेड के गेट जाम होने के कारण अधिक गेट नहीं खुले जबकि गेटों को खोलने का प्रयास किया गया तो उसमें तीन गेट टूट गए जिसमें रावी दरिया में पानी का बहाव और तेज हो गया।

    इसी के दौरान गेटों पर काम कर रहे एक कर्मचारी विनोद कुमार इलेक्ट्रिकल चार्जमेन को अपनी जान गंवानी पड़ी जबकि लगभग 60 कर्मचारियों अधिकारियों का रेस्क्यू करके बाहर निकाल लिये गए।

    उन्होंने कहा कि माधोपुर से गेट न खोलने के कारण लोगों का नुकसान हुआ है जिसके लिए सिंचाई विभाग अधिकारी जिम्मेदार है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मांग की है कि बाढ़ से प्रभावित बेहडी बुजुर्ग, अतेपुर,भुलचक, कैलाशपुर अन्य गांवों में लोगों के घरों तथा कीमती सामान, तथा फसल जो नुकसान हुआ है उनको उचित मुआवजा दिया जाए। वहीं माधोपुर मेंन हेड बॉक्स के जो गेट नहीं खुले हैं, उसकी जांच कराई जाए कि समय पर गेट कैसे नहीं खुले हैं