Gold and Silver Price: सोने की चमक से कहीं फीकी न पड़ जाए शादी की रोनक, बढ़ते-घटते दामों ने बढ़ाई आम आदमी की चिंता
Gold and Silver Price इस दौरान गोल्ड और सिल्वर के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आम आदमी की चिंता बढ़ गई है। यह चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि शादियों का सीजन शुरू होने वाला है। जिन लोगों ने सुनारों की ओर से कम कीमत पर लोगों से एडवांस में पैसे लेकर बुकिंग की गई थी। उनकी चिंता भी बढ़ गई है।
राज चौधरी, पठानकोट। Gold and Silver Price: पिछले कुछ माह से सोने-चांदी के रेटों में लगातार बढ़ोतरी होने के कारण मध्यम वर्ग परिवारों की पहुंच से सोना व चांदी बाहर होता जा रहा है।
ऐसे में चल रहे विवाह शादियों के सीजन में आमजन की परेशानियां जहां एक ओर बढ़ गई हैं वहीं दूसरी ओर जिन सुनारों की ओर से कम कीमत पर लोगों से एडवांस में पैसे लेकर बुकिंग की गई थी, फिलहाल उनके माथे पर भी चिंता की लकीरें उभर आई हैं।
स्वर्णकार सराफा संघ के पदाधिकारियों की मानें तो यदि सरकार की ओर से जल्द ही इस पर कोई पॉलिसी तैयार कर मूल्यों को नियंत्रित नहीं किया गया तो वे दिन दूर नहीं जब ज्वैलरी का कारोबार करने वाले लोग अपनी दुकानें बंद कर घर बैठने को मजबूर हो जाएंगे।
पिछले छह सालों में तेजी से बढ़ रहे दाम
पिछले छह सालों की यदि बात करें तो स्वर्ण बाजार में सोने तथा चांदी के मूल्यों में बड़ा अंतर पाया गया है। साल-2018 में सोने का रेट जहां 34800 प्रति 10 ग्राम था वहीं अप्रैल- 2024 में इसकी कीमत बढ़ कर 75 हजार से अधिक हो चुकी थी। इसी प्रकार चांदी की कीमत साल 2018 में 38200 प्रति किलोग्रम से बढ़ कर साल अप्रैल -2024 में बढ़ कर इसकी कीमत 86 हजार प्रति किलोग्राम हो चुकी है।
विवाह शादियों में अभी और रेट बढ़ने के अनुमान - मुनीश
ज्वैलर्स मुनीश का कहना है कि भले ही सोने-चांदी के रेट लगातार बढ़ रहे हैं परंतु आगामी माह विवाह शादियां होने के कारण इसके मूल्य में और बढ़ोतरी होने की आशा है।
अभी तक लोगों ने स्वर्ण आभूषणों की खरीददारी शुरू नहीं की है। इसका सबसे बड़ी कारण आगामी दो माह में शादियां न होना है। उन्होंने कहा कि जून से विवाह शुरू होंगे तो इसके रेटों में और उछाल आ सकता है।
हर साल जिले में 12 करोड़ रुपये से अधिक होता है कारोबार
जिला पठानकोट में हर साल सोना तथा चांदी का कारोबार 12 करोड़ रुपये से अधिक होता है।
इसमें शहर में स्थित सुनार बाजारों की ओर से ग्रामीण एरिया में बनी दुकानों से अधिक लोगों द्वारा खरीद फरोख्त की जाती है। जानकारी के अनुसार शहरी सुनारों के पास स्वर्ण तथा चांदी के आभूषणों के अधिक डिजायन होते हैं।
जिस कारण ही अधिकतर ग्रामीण एरिया के लोग भी खरीददारी के लिए शहरों का रुख करते हैं। पर लगातार मूल्य बढ़ने के कारण अब सुनार की दुकानों पर इक्का-दुक्का ही ग्राहक देखने को मिलते हैं।
इसी प्रकार मूल्य बढ़ता रहा तो कारोबार को लगेगा धक्का
स्वर्णकार सराफा संघ के प्रधान अजय बब्बर का कहना है कि जिला पठानकोट में कुल 532 ज्वैलर्स की दुकानें हैं। ऐसे में इस कारोबार के साथ लेबर का काम करने वाले हजारों परिवारों का भी इसी धंधे से रोजी-रोटी चलती है।
केंद्र सरकार की ओर से जल्द से जल्द इसमें हस्तक्षेप कर बाजार में सोने-चांदी के मूल्यों पर स्टेबल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मिडल क्लास परिवारों की पहुंच से आज सोना-चांदी बाहर हो चुका है। जिन दुकानदारों की ओर से भी एडवांस में बुंकिग के लिए पैसा पकडा गया था, वे भी भारी भरकम नुकसान में हैं। यही हाल रहा तो आगामी दिनों में इस कारोबार को बड़ा धक्का लगेगा।
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