आज से चल सकती हैं जांलधर-जम्मूतवी की बंद पड़ी 36 ट्रेनें
जालंधर-जम्मूतवी रेल सेक्शन पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरा समाचार है। गत 19 दिसंबर से मांगों को लेकर टांडा में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसानों ने ट्रैक को खाली कर दिया है।

जागरण संवाददाता, पठानकोट :
जालंधर-जम्मूतवी रेल सेक्शन पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरा समाचार है। गत 19 दिसंबर से मांगों को लेकर टांडा में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसानों ने ट्रैक को खाली कर दिया है। शाम पौने पांच बजे किसानों ने ट्रैक को खाली कर दिया।ट्रैक खाली होने के बाद मंडल ने सेक्शन पर आते सभी रेलवे स्टेशनों को तैयार रहने के लिए कह दिया है।रेलवे अधिकारियों के मुताबिक जम्मूतवी व कटड़ा में फंसी ट्रेनों को देर रात अथवा बुधवार की सुबह चलाने का आदेश जारी हो सकता है।रेल सेक्शन बहाल होने के बाद यात्रियों व शहर के कारोबारियों ने राहत की सांस ली है। दिल्ली व चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को ज्यादा परेशानी
रेल सेवा बाधित होने के कारण पठानकोट से देश के विभिन्न राज्यों को जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानियां पेश आई। गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्री लुधियाना व दिल्ली तक बस सेवा का सहारा लेना पड़ा। पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो को रोजाना अपनी चलने वाली पांच बसों की सर्विस को बढ़ाकर 12 तक करना पड़ा। आंदोलन के दिनों में पठानकोट से दिल्ली जाने वाली सारी बसें बस स्टैंड से ही पुरी तरह भरकर रवाना हुई। इससे डिपो को भी आर्थिक तौर पर काफी फायदा हुआ।
पचास करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित : नय्यर
प्रदेश महासचिव एलआर सोढी, सचिव भारत महाजन, पीआरओ नरेंद्र वालिया ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते जहां आम जनता परेशान थी। वहीं शहर के कारोबारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।प्रधान अमित नय्यर ने कहा कि पठानकोट में 60 फीसद रेडीमेड व इलेक्ट्रानिक का समान दिल्ली से आता है। आंदोलन के चलते पिछले दस दिनों से रेल सेवा प्रभावित है जिस कारण व्यापारियों का माल नहीं मिल रहा। थोड़े बहुत व्यापारियों ने ट्रांसपोर्ट के जरिए समान तो मंगवाया परंतु बदले में उन्हें चार से पांच गुणा अधिक किराया वहन करना पड़ा। कहा कि अब किसानों के ट्रैक से उठने के बाद आम जनता के साथ-साथ कारोबारियों को भी राहत मिलेगी।
कभी भी जारी हो सकता है ट्रेनें चलाने का आदेश
पठानकोट के एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि जालंधर-जम्मूतवी रेल सेक्शन पर टांडा में मांगों को लेकर 19 दिसंबर से बैठे किसानों ने ट्रैक खाली कर दिया है। मंडल ने ट्रेनें चलाने को लेकर तैयार रहने के लिए कहा है। खबर लिखे जाने तक मंडल द्वारा ट्रेनें चलाने का आदेश जारी नहीं किए गए थे।
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