पंजाब में बाढ़ से हाहाकार, 300 से ज्यादा गांव हुए प्रभावित; रेलवे ने 58 ट्रेनों पर लगाया ब्रेक
पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर हैं। रावी सतलुज और ब्यास नदियों में उफान के कारण 300 से अधिक गांव प्रभावित हैं जहां 3 से 10 फीट तक पानी भर गया है। माधोपुर हेडवर्कस के गेट खोलने गए अधिकारियों की जान खतरे में पड़ी जिन्हें हेलिकॉप्टर से बचाया गया। गुरदासपुर के नवोदय विद्यालय और करतारपुर कॉरिडोर में भी बाढ़ का पानी घुस गया।
जागरण संवाददाता, पठानकोट। राज्य में बाढ़ प्रभावित सात जिलों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य से गुजरते रावी, सतलुज और ब्यास दरिया में ऊफान के चलते 300 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। हालात यह हैं कि यहां तीन से दस फीट तक पानी भर गया है। यही नहीं कई और गांवों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोगों ने वहां से पलायत करना शुरू कर दिया है।
उधर, पठानकोट के माधोपुर स्थित हेडवर्कस के 54 गेटों में से 35 गेट न खुलने पर उन्हें बुधवार को खोलने गई 65 अधिकारियों व कर्मचारियों की जान उस समय जोखिम में पड़ गई जब उसके चार गेट पानी का जोर न सहन करते हुए दरिया में समा गए। इस हादसे में एक कर्मचारी भी पानी में बह गया जबकि वहां फंसे 64 लोगों को दो हेलिकाप्टर की मदद से बचाया गया। इसी तरह गुरदासपुर के नवोदय विद्यालय में भी देर रात बाढ़ का पानी आने से वहां 455 विद्यार्थी और स्टाफ फंस गया।
करीब 12 घंटे के बाद उसे एनडीआरएफ की मदद से निकाला गया। गुरदासपुर के ही डेरा बाबा नानक में दरिया का तटबंध टूटने से करतारपुर कारिडोर और पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब भी बाढ़ की चपेट में आ गया है। यहां तीन से चार फीट तक पानी भर गया है। बताते हैं कि बाढ़ के खतरे को देखते हुए यहां से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को सुरक्षित जगह ले जाया जा चुका है।
उधर, कपूरथला, तरनतारन, पठानकोट, गुरदासपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, कपूरथला और होशियारपुर जिलों में बुधवार को 150 और गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। गांवों में चार से दस फीट तक पानी भरने के बाद लोगों ने वहां से पलायन भी शुरू कर दिया है जबकि कुछ लोग मवेशियों और घर के सामान को बचाने के लिए वहीं डटे हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय सीम पर भी बाढ़ के हालात बन गए हैं।
गुरदासपुर में हालात गंभीर हो गए हैं यहां 20 किलोमीटर का क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गया है। रेलवे लाइन का एक हिस्सा खिसका, ट्रेनों की आवाजाही बंद, सुजानपुर मार्ग खुला माधोपुर में ही रावी दरिया के ऊपर बने रेलवे पुल पर रेल लाइन का कुछ हिस्सा खिसक गया है। इसके चलते ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। रेलवे की ओर से 56 ट्रेनें जहां रद कर दी हैं तो कई को बीच रास्ते ही चलाया जा रहा है। दूसरी तरफ पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे तीसरे दिन भी शुरू नहीं हो पाया है।
वहीं, सुजानपुर में अपर बारी दोआब नहर का जल स्तर कम होने पर बुधवार शाम पांच बजे यहां से यातायात फिर से शुरू कर दिया है। मंगलवार देर शाम नहर का पानी पुल के ऊपर से गुजरने पर प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर इस पुल से आवाजाही बंद कर दी थी। इस कारण जम्मू और पठानकोट सड़क मार्ग से देश से बिल्कुल कट गए थे। तीन दिन भारी वर्षा का येलो अलर्ट बुधवार को भी पंजाब के कई जिलों में भारी वर्षा हुई।
इसमें गुरदासपुर में सबसे अधिक 96.7 मिलीमीटर वर्षा हुई। होशियारपुर में 28.5, पठानकोट में 19.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसी बीच मौसम विभाग ने 31 अगस्त तक पंजाब में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ राहत कार्य में जुटी बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्थानीय पुलिस के अलावा सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
बुधवार को बाढ़ से घिरे करीब चार हजार लोगों को टीमों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अकेले फिरोजपुर जिले से ही 2000 लोगों बचाया गया। पौंग और रणजीत सागर बांध का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हिमाचल और जम्मू में हो रही वर्षा के चलते तलवाड़ा स्थित पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान 1390 फीट से बढ़कर 1393 फीट तक पहुंच चुका है। इसी तरह रणजीत सागर बांध का जलस्तर भी खतरे के निशान 527 फीट तक पहुंच चुका है।
हालांकि, भाखड़ा बांध पर जलस्तर अभी खतरे के निशान से बहुत कम है। करतारपुर कारिडोर दर्शन स्थल पर टूटा धुस्सी बांध, पैसेंजर टर्मिनल में भरा पानी गुरदासपुर के श्री करतारपुर कारिडोर दर्शन स्थल के पास धुस्सी बांध टूटने से कई गांवों में पानी घुस गया है। यहां डेरा बाबा नानक की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जी के दर्शन करने जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए करीब तीन अरब रुपये की लागत से बनाया गया निर्मित शानदार पैसेंजर टर्मिनल पानी में डूब गया है।
होशियारपुर में एक युवक की मौत, फाजिल्का में तीन लोग बचाए गए होशियारपुर जिले के टांडा उड़मुड़ को सलेमपुर मंड क्षेत्र में ब्यास दरिया की बाढ़ में डूबने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। जलालपुर निवासी जैला अपने दो साथियों के साथ बाढ़ में फंसे कुछ लोगों की मदद करने के लिए पानी में उतरा था, तभी वह पानी के तेज बहाव में डूब गया। वहीं, फाजिल्का में एनडीआरएफ की टीम ने पानी में डूब रहे एक किशोर को बचाया।
गांव तेजा रूहेला का 16 साल का साजन मौजम गांव से अपने गांव की ओर आ रहा था तो रास्ते में गहरे पानी में फंस गया। उसका शोर सुनकर दो लोगों ने पहले उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन वे भी तेज बहाव में फंस गए। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को सूचित किया गया जिन्होंने तीनों को बचाया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।